शिमला: प्रदेश में 1 फरवरी से सभी पुस्तकालयों को खोल दिया जाएगा. शिक्षा विभाग की ओर से 50 फीसदी क्षमता के साथ पुस्तकालयों को खोलने के आदेश जारी किए गए हैं. विभाग ने यह भी सपष्ट किया है कि लाइब्रेरी में भी स्कूलों की तर्ज पर ही केंद्र की ओर से जारी एसओपी के नियम लागू होंगे.
कोविड-19 की वजह से प्रदेश में स्कूलों के साथ ही पुस्तकालयों को भी बंद कर दिया गया था. अब 9 माह के अंतराल के बाद दोबारा से इन पुस्तकालयों को खोला जा रहा है. तय एसओपी के तहत पुस्तकालय में आने वाले सभी छात्रों, कर्मचारियों को मास्क पहनना अनिवार्य होगा.
पुस्तकालयों को सेनिटाइज करना अनिवार्य
समाजिक दूरी का पालन करते हुए छात्रों को पुस्तकालयों में बैठाया जाएगा. पुस्तकालयों को खोलने से पहले पुस्तकालयों को सेनिटाइज करना अनिवार्य होगा. राज्य पुस्तकालय के साथ ही जिला स्तर पर जितने भी पुस्तकालय है उन सभी पुस्तकालयों को खोलने से पहले सैनिटाइज करना जरूरी होगा.
पुस्तकालय के प्रवेश द्वार पर ही हाथों को सेनिटाइज करने की व्यवस्था पुस्तकालय प्रबंधन को करनी होगी. छात्रों को हाथ सेनिटाइज करने के बाद ही पुस्तकालय में प्रवेश दिया जाएगा. पुस्तकालय के खुलने के इस दिन बाद विभाग की ओर से समीक्षा भी की जाएगी की किस तरह की व्यवस्था पुस्तकालयों में की गई है.
क्षमता के हिसाब से छात्रों को बैठाने संख्या को बढ़ाया जा सकता है
अगर व्यवस्था सही हुई तो शिक्षा विभाग की ओर से पुस्तकालयों में उनकी क्षमता के हिसाब से छात्रों को बैठाने संख्या को बढ़ाया जा सकता है. प्रदेश में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र लंबे समय से पुस्तकालयों के खुलने का इंतजार कर रहे थे.
छात्रों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था
शिमला के राज्य पुस्तकालय में सैकड़ों छात्र अपनी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं, लेकिन कोविड-19 की वजह से पुस्तकालय ना खुलने के चलते छात्रों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन अब जब शिक्षा विभाग की ओर से निर्देश जारी कर दिए गए हैं तो अब राज्य पुस्तकालय के साथ प्रदेश के अन्य सभी पुस्तकालय छात्रों के लिए दिए जाएंगे.
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