शिमला: हिमाचल प्रदेश में दस महीने के अंतराल में 73 मर्डर हुए हैं. यानी देवभूमि में हर माह औसतन सात से अधिक हत्याएं हो रही हैं. यही नहीं, इस अवधि (दस महीने) में बलात्कार के भी 296 मामले सामने आए हैं. इसके अलावा महिलाओं के खिलाफ अपराध में 443 छेड़छाड़ के केस दर्ज हुए हैं. हिमाचल विधानसभा के शीतकालीन सत्र में ये जानकारी सामने आई है.
करसोग के विधायक दीपराज ने सदन में कानून-व्यवस्था के तहत अपराध के मामलों की जानकारी चाही थी. दीपराज के सवाल के लिखित जवाब में उपरोक्त हैरान कर देने वाले तथ्य सामने आए हैं. विधायक के सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की तरफ से लिखित जानकारी सामने आई है. मुख्यमंत्री के पास गृह विभाग भी है. लिखित जवाब में सदन में बताया गया है कि राज्य में दस महीने की अवधि में 73 हत्याएं हुई हैं. इसके अलावा रेप के 296 मामले सामने आए हैं. साथ ही महिलाओं से छेडख़ानी के 443 केस दर्ज किए गए. इस तरह महिलाओं के खिलाफ अपराध में कुल 812 मामले दर्ज हुए हैं.
ये भी पढ़ें- Christmas 2023: शिमला में इस बार White Christmas की संभावना नहीं, जानें क्या कहना है मौसम विभाग का
मुख्यमंत्री के लिखित जवाब में बताया गया है कि इन सभी अपराधों में शामिल 1028 आरोपियों के गिरफ्तार किया गया है. मुख्यमंत्री ने बताया है कि 551 आपराधिक मामलों में 801 अपराधियों के खिलाफ चालान पेश किया गया है. मर्डर के 73 मामलों में 142 आरोपियों के गिरफ्तार किया जा चुका है. इसमें मर्डर के 48 मामले ऐसे हैं, जिनमें 108 आरोपियों के खिलाफ चालान तैयार कर सक्षम अदालत में पेश किया गया है. मर्डर के बाकी बचे 25 मामलों में 34 अपराधियों के विरुद्ध जांच जारी है.
मुख्यमंत्री की तरफ से बताया गया है कि रेप के 296 मामलों में 345 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें से 209 मामलों में 290 आरोपियों के विरुद्ध चालान तैयार कर अदालत में पेश किया जा चुका है. रेप के बाकी 54 मामलों में 55 आरोपियों के खिलाफ जांच जारी है. महिलाओं से छेड़छाड़ के 443 मामलों में 541 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा 294 मामलों में 403 आरोपियों के खिलाफ चालान पेश किया गया है और 121 मामलों में 138 आरोपियों के विरुद्ध जांच जारी है.