शिमला: प्रदेश की राजधानी शिमला स्थित इंदिरा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय में आज से शल्य चिकित्सा विभाग 3 दिवसीय सम्मेलन का आयोजन करेगा. इसका शुभारंभ प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर महाविद्यालय के सभागार में सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर करेंगे. शल्य चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक ने बताया कि आईजीएमसी का शल्य चिकित्सा विभाग एसोसिएशन ऑफ गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल अंडोसर्जन (आईएजीईएस) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इंडियन फैलोशिप इन गैस्ट्रोएंटरोलॉजी सर्जरी मिनिमल इन्वेजिज विषय पर आयोजित इस सम्मेलन में देश-विदेश से लगभग 200 प्रतिष्ठित शल्य चिकित्सक हिस्सा लेंगे. (3 day Program of Surgery dept in IGMC) (Program in IGMC) (IGMC Surgery dept Program)
वरिष्ठ चिकित्सक ने कहा कि 20 नवंबर 2022 तक चलने वाले इस तीन दिवसीय सम्मेलन में 18 और 19 नवंबर को शल्य चिकित्सा से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा व प्रस्तुतियां दी जाएंगी. इस सम्मेलन में प्रतिभागियों के लेप्रोस्कोपिक कौशल को निखारने और मिनिमल इनवेसिव सर्जरी की नई चुनौतियों से निपटने में मदद मिलेगी. 20 नवंबर को लाइव वर्कशॉप का आयोजन भी किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि विगत वर्षों के दौरान आईजीएमसी के शल्य चिकित्सा विभाग ने शल्य चिकित्सा से संबंधित कई आयाम स्थापित किए हैं. (Governor will inaugurate Surgery dept Program) (Indira Gandhi Medical College)
इस संस्थान के विशेषज्ञों ने देश भर में अपनी अलग पहचान बनाई है. इस सम्मेलन के आयोजन से न केवल विशेषज्ञों को शल्य चिकित्सा के क्षेत्र में नई तकनीक और चुनौतियों को जानने और समझने का अवसर प्राप्त होगा, बल्कि प्रशिक्षु चिकित्सकों को भी इस विषय से संबंधित नवीनतम जानकारियां प्राप्त होंगी और देश के जाने-माने विशेषज्ञों से ज्ञानार्जन का अवसर प्राप्त होगा. नि:संदेह इसके दूरगामी लाभ प्रदेशवासियों को मिलेगा. (3 day Program of Surgery dept in IGMC) (Program in IGMC) (IGMC Surgery dept Program)
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