शिमला: देव भूमि हिमाचल में आए दिन सड़क हादसे होते रहते हैं. एमओआरटीएच (सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय) की रिपोर्ट के तहत हिमाचल सड़क हादसों में देशभर में 22वें स्थान पर है. वहीं, सड़क हादसों में होने वाली मौतों पर हिमाचल का 20वां स्थान है.
भारत 199 देशों में सड़क दुर्घटना से होने वाली मौतों की संख्या में पहले स्थान पर है. दुनिया में सड़क हादसों से संबंधित मौतों में से 11 फीसद भारत में होती हैं. पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में हर साल करीब तीन हजार सड़क दुर्घटनाएं होती हैं.
साल 2020 में सड़क हादसे हुए कम
हिमाचल में वर्ष 2019 के आंकड़ों की तुलना में चालू वर्ष 2020 में सड़क दुर्घटनाओं में 23 प्रतिशत की कमी आई है. इसका कारण इस साल कोरोना महामारी के दौरान लगाया गया लॉकडाउन भी है. इसके साथ ही सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों के आंकड़ों में भी इस साल 22 प्रतिशत कमी दर्ज की गई है. सड़क दुर्घटनाओं में घायल होने वालों में भी इस साल 37 प्रतिशत की कमी आई है.
साल 2019 और 2020 में हुए सड़क हादसों की तुलना
वर्ष 2019 में प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं के 2629 मामले सामने आए थे. साल 2020 (30 नवम्बर तक) ये आंकड़ा 2014 रहा. इसी तरह वर्ष 2019 में सड़क दुर्घटनाओं के चलते 1020 लोगों ने दम तोड़ा जबकि चालू वर्ष में यह आंकड़ा बीते 30 नवम्बर तक 788 था. वर्ष 2019 में सड़क दुर्घटनाओं के चलते 4541 लोगों घायल हुए थे जबकि चालू वर्ष में ये आंकड़ा बीते 30 नवम्बर तक 2855 था.
हिमाचल पुलिस की लोगों से अपील
हिमाचल पुलिस ने सड़क हादसों से बचाव के लिए प्रदेश की जनता से अपील की है कि लोग सुबह और शाम सैर करते समय सावधान रहें. सड़कों पर जमे पाले से सावधान रहें ये पाला ठंड में सुबह सड़क पर फिसलन का कारण बनता है. इसके साथ ही घने कोहरे में बाहर निकलने से बचें. वाहन तेज गति से न चलाएं. मदिरा का सेवन कर वाहन न चलाएं.