शिमला: कोरोना वायरस के चलते पिछले एक महीने से राजधानी शिमला में फंसे करीब 1400 मजदूरों को राहत मिली है. जिला कश्मीरी श्रमिकों को वापस अपने घर भेजा जा रहा है. जिला प्रशासन की ओर से मजदूरों को निजी बस व गाड़ियां उपलब्ध करवाई गई है.
डीसी शिमला अमित कश्यप ने कहा कि कश्मीरी मजदूरों को घर भेजा जा रहा है. शिमला से शनिवार को 550 कश्मीरी मजदूरों को घर भेजा गया है. तहसील सुन्नी से 79 कश्मीरी मजदूर प्राइवेट बस और 4 अन्य छोटी गाड़ियों के जरिए पल्ल्याड़, बसन्तपुर, सुन्नी आदि स्थानों से कश्मीर के लिए रवाना हुए हैं.
जानकारी के अनुसार शनिवार को शिमला के लक्कड़ बाजार बस स्टैंड से निजी बसों में लगभग 200 के करीब कश्मीरी मजदूर लखनपुर बॉर्डर के लिए रवाना हुए है. वहीं, शुक्रवार शाम को भी लक्कड़ बाजार बस स्टैंड से लगभग 158 कश्मीरी मजदूरों को लखनपुर बॉर्डर तक भेजा गया था. इन सभी मजदूरों को निजी बसों में भेजा गया.
रमजान का महीना शुरू होने पर कश्मीरी मजदूर वापस अपने घर जाते हैं. सरकार के प्रयासों के चलते अब सभी कश्मीरी मजदूरों की घर वापसी हो रही है.जानकारी के अनुसार शिमला जिला में लगभग 3000 के करीब कश्मीरी मजदूर रहते है. कश्मीरी मजदूर अपने खर्चों से घर वापस लौट रहे हैं.