मंडी: जिला के सराज विधानसभा क्षेत्र की थरजून पंचायत से अपने गृह राज्य उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हुए 20 मजदूरों को सिरमौर जिला की सीमा से वापिस लौटना पड़ा. इन मजदूरों को सिरमौर जिला में प्रवेश नहीं करने दिया गया जिसके चलते इन्हें वापिस वहीं लौटना पड़ा जहां से यह आए थे.
मिली जानकारी के अनुसार ये सभी मजदूर हिमाचल और यूपी की सीमा के साथ सटे गांव के रहने वाले हैं, लेकिन इनका राज्य उत्तर प्रदेश है. कुछ समय पहले यह मजदूर पांवटा साहिब के लिए पैदल ही जाने लग गए थे लेकिन बाद में प्रशासन के समझाने के बाद यह थरजून पंचायत में ही रूके रहे.
बुधवार को इन मजदूरों के ठेकेदार ने इन सभी का पांवटा साहिब तक का पास बनवाया और इन्हें यहां से निजी बस के माध्यम से रवाना कर दिया, लेकिन सभी मजदूरों को सिरमौर की बाउंड्री से वापिस लौटा दिया गया. एसडीएम गोहर अनिल भारद्वाज ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि मजदूर पावंटा साहिब तक का पास बनवाकर गए थे लेकिन इन्हें सिरमौर जिला में प्रवेश नहीं करने दिया गया.
एसडीएम ने कहा कि इन्हें प्रवेश से क्यों रोका गया इसकी सही जानकारी अभी नहीं मिल पाई है, लेकिन अब यह सभी मजदूर वापिस सराज क्षेत्र की थरजून पंचायत में पहुंच गए हैं. सभी को होम क्वारंटाइन कर दिया गया है. हालांकि किसी में कोरोना वायरस के कोई लक्ष्ण नहीं है, लेकिन नियमों का पालन करते हुए सभी को क्वारंटाइन किया गया है.