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सरकाघाटः बारिश न होने से गेहूं की फसल हुई खराब, किसानों की मेहनत बर्बाद

सरकाघाट सहित जिला मंडी में करीब तीन माह से बारिश न होने से लोग बारिश के लिए आसमान की ओर टकटकी लगाए हुए हैं. बारिश न होने से गेहूं की फसल बर्बाद हो गई है. अगर अब बारिश हो भी जाती है, तो गेहूं की फसल की भरपाई नहीं कर सकेगी.

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Published : Mar 7, 2021, 7:43 PM IST

Wheat crop spoiled due to lack of rain in sarkaghat
बारिश न होने से गेहूं की फसल हुई खराब

सरकाघाट/मंडीः सरकाघाट सहित जिला मंडी में दो दिनों से हल्की बूंदाबांदी हो रही है. कभी जोरदार तूफान, तेज हवाएं, तो कभी तेज धूप से मौसम के अजब-गजब रूप देखने को मिल रहा है. इससे लोगों को भी परेशानी हो रही है, क्योंकि अचानक बारिश फिर तूफान और कुछ देर बाद धूप लग रही है. बारिश न होने से लोग बारिश के लिए आसमान की ओर टकटकी लगाए हुए हैं.

पढ़ें: बजट 2021: सीएम ने बजट में लगाई वादों की झड़ी

फिर बढ़ा ठंड का प्रकोप

इस तरह के मौसम के कारण एक बार फिर से ठंड का प्रकोप बढ़ा है. जिला मंडी के ऊपरी इलाकों में हल्की बर्फबारी भी हुई है. इस कारण मैदानी इलाकों में ठंडी हवाएं चल रही हैं और निचले इलाकों में बारिश न होने से किसान परेशान हैं. बारिश न होने से गेहूं की फसल बर्बाद हो गई है. अगर अब बारिश हो भी जाती है, तो गेहूं की फसल की भरपाई नहीं कर सकेगी.

बता दें कि रविवार को रोहतांग सहित प्रदेश की कुछ ऊंची चोटियों पर हल्का हिमपात हुआ है. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश और बर्फबारी को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.

12 मार्च तक मौसम रहेगा खराब

प्रदेश में 12 मार्च तक मौसम खराब रहेगा. रोहतांग समेत ऊंची चोटियों पर हल्के हिमपात से उच्च पर्वतीय इलाकों में ठंड फिर लौट आई है. हालांकि मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान में 4 से 5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. लाहौल-स्पीति के बारालाचा, सरचू, कुंजुम दर्रा, मकरवे, शिकरवे, मनाली पीक, लद्दाख पीक आदि चोटियों में फाहे गिरे हैं.

पढ़ें: वेतन और पेंशन पर खर्च हो जाएंगे 39.42 रुपए, सौ में से विकास को बचेंगे कुल 43.94 रुपए

सरकाघाट/मंडीः सरकाघाट सहित जिला मंडी में दो दिनों से हल्की बूंदाबांदी हो रही है. कभी जोरदार तूफान, तेज हवाएं, तो कभी तेज धूप से मौसम के अजब-गजब रूप देखने को मिल रहा है. इससे लोगों को भी परेशानी हो रही है, क्योंकि अचानक बारिश फिर तूफान और कुछ देर बाद धूप लग रही है. बारिश न होने से लोग बारिश के लिए आसमान की ओर टकटकी लगाए हुए हैं.

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फिर बढ़ा ठंड का प्रकोप

इस तरह के मौसम के कारण एक बार फिर से ठंड का प्रकोप बढ़ा है. जिला मंडी के ऊपरी इलाकों में हल्की बर्फबारी भी हुई है. इस कारण मैदानी इलाकों में ठंडी हवाएं चल रही हैं और निचले इलाकों में बारिश न होने से किसान परेशान हैं. बारिश न होने से गेहूं की फसल बर्बाद हो गई है. अगर अब बारिश हो भी जाती है, तो गेहूं की फसल की भरपाई नहीं कर सकेगी.

बता दें कि रविवार को रोहतांग सहित प्रदेश की कुछ ऊंची चोटियों पर हल्का हिमपात हुआ है. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश और बर्फबारी को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.

12 मार्च तक मौसम रहेगा खराब

प्रदेश में 12 मार्च तक मौसम खराब रहेगा. रोहतांग समेत ऊंची चोटियों पर हल्के हिमपात से उच्च पर्वतीय इलाकों में ठंड फिर लौट आई है. हालांकि मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान में 4 से 5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. लाहौल-स्पीति के बारालाचा, सरचू, कुंजुम दर्रा, मकरवे, शिकरवे, मनाली पीक, लद्दाख पीक आदि चोटियों में फाहे गिरे हैं.

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