सुंदरनगर: हिमाचल प्रदेश की कुल आबादी का एक बड़ा भाग बागवानी और खेती पर निर्भर है. मौजूदा वक्त में प्रदेश के कई किसान जैविक खेती को बढ़ावा देते हुए नजर आ रहे हैं. इन्हीं में मंडी जिला के सुंदरनगर के दो भाई भी शामिल हैं, जो ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा दे रहे हैं.
सुंदरनगर के रहने वाले नवीन और निशांत गुलेरिया सैकड़ों किसानों को जैविक खाद, स्प्रे के लिए ऑर्गेनिक उत्पाद मुहैया करवा रहे हैं. जानकारी देते हुए नवीन गुलेरिया ने कहा कि हम दोनों भाइयों ने भाग-दौड़ करके ऑर्गेनिक खेती को एक नई दिशा दी है. उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल से किसानों और बागवानों को ऑर्गेनिक खेती के बारे में खुद किसानों के पास जाकर समझा रहे हैं.
नवीन गुलेरिया का कहना है कि उन्हें इस फिल्ड में कोई अनुभव नहीं था और उन्होंने अपने अनुभवों से ही सब सीखा. नवीन ने कहा कि किसानों की समस्याएं जान कर उनकी समस्या का निदान किया. उन्होंने कहा कि जैविक खेती के गुर सिखा कर अब तक वह हजारों किसानों को लाभ पहुंचा चुके हैं. आज इन्हीं प्रयासों के बलबूते पर प्रदेश के कई जिलों में किसान रसायन खेती छोड़ चुके हैं.
बता दें कि जैविक खेती को बढ़ावा देने वाले नवीन गुलेरिया एमसीए किया है. नवीन ने चंडीगढ़ में 2010-13 तक नौकरी की. वहीं, इस कार्य से जुड़े निशांत गुलेरिया भी बैंकिंग और मार्केटिंग में एमबीए हैं. नवीन गुलेरिया ने सुंदरनगर आकर अपने छोटे भाई निशांत के साथ कुछ हट कर कार्य करने की इच्छा जाहिर है. नौकरी छोड़ने के बाद 2015 में सुंदरनगर के बच्चों को सॉफ्टवेयर ट्रेनिंग भी दी. वहीं साल 2016 से जैविक खेती शुरू कर किसानों को जागरूक करना शुरू कर दिया.
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