ETV Bharat / state

करसोग में टीबी मरीजों को गोद लेने की अपील, 2 जनवरी से चलेगा टीबी मुक्त अभियान

करसोग को टीबी मुक्त करने के लिए 2 जनवरी 2023 से अभियान की शुरुआत की जाएगी. फिलहाल यहां 86 मरीजों का इलाज चल रहा है. वहीं, प्रशासन ने टीबी मरीजों को गोद लेने की अपील लोगों से की है, ताकि उनका ख्याल रखकर इलाज किया जा सके. TB free campaign in Karsog from 2nd January 2023)

करसोग में टीबी मुक्त अभियान 2 जनवरी से
करसोग में टीबी मुक्त अभियान 2 जनवरी से
author img

By

Published : Dec 28, 2022, 8:16 AM IST

करसोग: मंडी जिले के करसोग को टीबी से मुक्त करने के लिए विशेष अभियान नए साल के आगाज के साथ चलाया जाएगा. अभियान की शुरुआत 2 जनवरी से की जाएगी. इसके तहत उपमंडल की सभी 62 पंचायतों सहित स्कूलों में संभावित रोगियों की पहचान की जाएगी,ताकि उन्हें समय पर उचित उपचार देकर शत- प्रतिशत टीबी मुक्त लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके. इसके लिए आशा ,आगनबाड़ी कार्यकर्ता और पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों का सहयोग लिया जाएगा. (TB free campaign in Karsog from 2nd January 2023)

86 मरीजों का चल रहा इलाज: वर्तमान में उपमंडल में टीबी रोगियों की संख्या 86 है. जिनका अभी इलाज चल रहा है. टीबी के संभावित रोगियों की संख्या का रिकॉर्ड एक महीने में प्रशासन के पास उपलब्ध होगा. वहीं, इलाज के साथ मरीजों को प्रोटीन युक्त आहार दिया जाएगा. (86 TB patients in Karsog)

टीबी रोगियों को गोद लेने की अपील: प्रशासन ने टीबी को खत्म करने के लिए लोगों से भी सहयोग की अपील की है. इसके लिए स्वयंसेवियों व अन्य सक्षम लोगों से टीबी रोग ग्रसित मरीजों को गोद लेने का आग्रह किया गया हैं ,ताकि रोगियों को उचित पोषक आहार, आवश्यक सप्लीमेंट व न्यूट्रेशन आदि मिल सके. इसके लिए प्रशासन भी अपने स्तर पर प्रयास कर रहा है.

रोग को छुपाए नहीं: एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर का कहना है कि टीबी के संभावित रोगियों की पहचान के लिए पंचायतों और स्कूलों में विशेष अभियान चलाया जाएगा. इसके लिए अधिकारियों के साथ बैठक कर जरूरी दिशा निर्देश जारी किए गए हैं. उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि लक्षण पाए जाने पर रोग को छुपाए नहीं, बल्कि समय पर जांच करने में सहयोग करें.

टीबी के लक्षण: 1-टीबी सबसे ज्यादा फेफड़ों को प्रभावित करती है, इसलिए शुरुआती लक्षण खांसी आना है. पहले तो सूखी खांसी आती है, लेकिन बाद में खांसी के साथ बलगम और खून भी आने लगता है. दो हफ्तों या उससे अधिक समय तक खांसी रहने पर टीबी की जांच करनी चाहिए. 2- जिन लोगों को टीबी होती है, उन्हें लगातार बुखार रहता है. शुरुआत में लो-ग्रेड बुखार रहता है, लेकिन बाद संक्रमण ज्यादा फैलने पर बुखार तेज होता चला जाता है.

3- टीबी हो जाने के बाद लगातार वजन घटने लगता है. खानपान पर ध्यान देने के बाद भी वजन कम होता रहता है. वहीं, टीबी के मरीज की खाने को लेकर रुचि कम होने लगती है. 4- टीबी हो जाने पर खांसी आती है, जिसके कारण सांस लेने में परेशानी होती है. अधिक खांसी आने से सांस भी फूलने लगती है. (symptoms of TB)

ये भी पढ़ें :सर्दी ही नहीं गर्मी में भी परेशान कर सकता है सर्दी जुकाम

करसोग: मंडी जिले के करसोग को टीबी से मुक्त करने के लिए विशेष अभियान नए साल के आगाज के साथ चलाया जाएगा. अभियान की शुरुआत 2 जनवरी से की जाएगी. इसके तहत उपमंडल की सभी 62 पंचायतों सहित स्कूलों में संभावित रोगियों की पहचान की जाएगी,ताकि उन्हें समय पर उचित उपचार देकर शत- प्रतिशत टीबी मुक्त लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके. इसके लिए आशा ,आगनबाड़ी कार्यकर्ता और पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों का सहयोग लिया जाएगा. (TB free campaign in Karsog from 2nd January 2023)

86 मरीजों का चल रहा इलाज: वर्तमान में उपमंडल में टीबी रोगियों की संख्या 86 है. जिनका अभी इलाज चल रहा है. टीबी के संभावित रोगियों की संख्या का रिकॉर्ड एक महीने में प्रशासन के पास उपलब्ध होगा. वहीं, इलाज के साथ मरीजों को प्रोटीन युक्त आहार दिया जाएगा. (86 TB patients in Karsog)

टीबी रोगियों को गोद लेने की अपील: प्रशासन ने टीबी को खत्म करने के लिए लोगों से भी सहयोग की अपील की है. इसके लिए स्वयंसेवियों व अन्य सक्षम लोगों से टीबी रोग ग्रसित मरीजों को गोद लेने का आग्रह किया गया हैं ,ताकि रोगियों को उचित पोषक आहार, आवश्यक सप्लीमेंट व न्यूट्रेशन आदि मिल सके. इसके लिए प्रशासन भी अपने स्तर पर प्रयास कर रहा है.

रोग को छुपाए नहीं: एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर का कहना है कि टीबी के संभावित रोगियों की पहचान के लिए पंचायतों और स्कूलों में विशेष अभियान चलाया जाएगा. इसके लिए अधिकारियों के साथ बैठक कर जरूरी दिशा निर्देश जारी किए गए हैं. उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि लक्षण पाए जाने पर रोग को छुपाए नहीं, बल्कि समय पर जांच करने में सहयोग करें.

टीबी के लक्षण: 1-टीबी सबसे ज्यादा फेफड़ों को प्रभावित करती है, इसलिए शुरुआती लक्षण खांसी आना है. पहले तो सूखी खांसी आती है, लेकिन बाद में खांसी के साथ बलगम और खून भी आने लगता है. दो हफ्तों या उससे अधिक समय तक खांसी रहने पर टीबी की जांच करनी चाहिए. 2- जिन लोगों को टीबी होती है, उन्हें लगातार बुखार रहता है. शुरुआत में लो-ग्रेड बुखार रहता है, लेकिन बाद संक्रमण ज्यादा फैलने पर बुखार तेज होता चला जाता है.

3- टीबी हो जाने के बाद लगातार वजन घटने लगता है. खानपान पर ध्यान देने के बाद भी वजन कम होता रहता है. वहीं, टीबी के मरीज की खाने को लेकर रुचि कम होने लगती है. 4- टीबी हो जाने पर खांसी आती है, जिसके कारण सांस लेने में परेशानी होती है. अधिक खांसी आने से सांस भी फूलने लगती है. (symptoms of TB)

ये भी पढ़ें :सर्दी ही नहीं गर्मी में भी परेशान कर सकता है सर्दी जुकाम

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.