मंडी: नगर निगम मंडी की ओर से लोगों की सुविधा के लिए शहर के विभिन्न वार्डों में लाखों करोड़ों की राशी खर्च कर सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण करवाया गया है. फिर भी लोग इन शौचालयों का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि निगम की ओर से इन शौचालयों का रखरखाव सही तरीके से नहीं हो पा रहा.
सार्वजनिक शौचालय बने परेशानी
इंदिरा मार्केट प्रधान अशोक शर्मा ने कहा कि शहर की इंदिरा मार्केट की बात करें तो यहां नगर निगम ने दो सार्वजनिक शौचालय बनवाए हैं. इनमें से एक ही शौचालय सुचारू रूप से काम कर रहा है जो 8 बजते ही इसे बंद कर दिया जाता है. इंदिरा मार्केट में 234 दुकानें हैं जिनमें हजारों की संख्या में लोग यहां पर खरीददारी करने पहुंचते हैं लेकिन यहां सार्वजनिक शौचालय की देखरेख सही ढंग से ना होने पर सभी को परेशानी उठानी पड़ रही है.
शौचालयों की मरम्मत और रखरखाव की मांग
मंडी शहर के विभिन्न भागों में 22 के लगभग सार्वजनिक शौचालय हैं जिनकी देखरेख और साफ सफाई का जिम्मा नगर निगम के हवाले है. स्थानीय निवासी हंसराज ने कहा कि शहर में कुछ शौचालयों की मरम्मत और रखरखाव सही तरीके से ना होने पर लोगों ने इसकी शिकायत नगर निगम को की है. साथ ही शौचालय के रखरखाव और मरम्मत की मांग की है.
सार्वजनिक शौचालय का निरीक्षण
नगर निगम आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि शहर में कुछ सार्वजनिक शौचालयों का मेंटेनेंस और रखरखाव का कार्य सुचारु रुप से नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि नगर निगम की टीम शहर के 12 सार्वजनिक शौचालय का निरीक्षण कर चुकी है जिनकी मेंटेनेंस रिपोर्ट तैयार की जा रही है. इंदिरा मार्केट में बने सार्वजनिक शौचालय का मरम्मत कार्य जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा. नगर निगम शहर के शौचालयों की दशा सुधारने के काम में जुट गया है और इसे लेकर योजनाएं बना रहा है.
मरम्मत के लिए कार्य योजना
मंडी शहर के साथ लगते गांवों और कस्बों से रोजाना 10 से 15 हजार के बीच लोग यहां पर नौकरी, रोजगार और खरीददारी करने के लिए पहुंचते हैं और इन सार्वजनिक शौचालयों का इस्तेमाल भी करते हैं. वहीं, अब नगर निगम के शौचालयों के रखरखाव और मरम्मत के लिए कार्य योजना तैयार तो की जा रही है, लेकिन देखना यही होगा कि यहां सार्वजनिक शौचालयों की हालत सुधरती है ताकि शहर में पहुंचने वाले लोगों को कोई परेशानी ना हो.
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