मंडी: जुलाई 2023 में आई मानसून की तबाही ने मंडी जिले में हर ओर जमकर तबाही मचाई थी. चाहे फिर वो लोगों के आशियाने का तबाह होना, फसलों का नष्ट हो जाना, सड़कों का क्षतिग्रस्त हो जाना और पुलों का भारी बारिश से टूट जाना या बाढ़ के साथ बह जाना. मंडी जिले में मानसून आफत बन कर टूटा था. हालांकि अब नया साल शुरू हो गया है, लेकिन अभी भी लोग पिछले साल की आपदा से हुए नुकसान से जूझ रहे हैं. प्रदेश के अन्य जिलों की तरह मंडी जिले में भी इंफ्रास्ट्रक्चर का पुनर्निर्माण किया जा रहा है, ताकि एक बार फिर प्रदेश की अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट आए और लोगों को किसी भी तरह की परेशानियों का सामना न करना पड़े.
पंहोड में बनेगा स्टील ट्रस ब्रिज: भारी बरसात के चलते पंडोह का 100 साल पुराना लाल पुल बाढ़ में टूट कर बह गया था. वहीं, अब लाल पुल की जगह पर स्टील ट्रस ब्रिज बनाया जाएगा. ये स्टील ट्रस ब्रिज अपनी मौजूदा जगह से 3 मीटर ऊंचाई पर बनाया जाएगा. इस पुल को बनाने में करीब 21 करोड़ की लागत आएगी. लोक निर्माण विभाग थलौट डिवीजन ने पुल की 21 करोड़ की लागत की डीपीआर तैयार करके प्रदेश सरकार को भेज दी है.
पुल की दोनों तरह 100 मीटर अप्रोच: वहीं, पुल को मौजूदा स्थान से 3 मीटर की ऊंचाई पर इसलिए बनाया जा रहा है, ताकि अगर भविष्य में फिर कभी ऐसी कोई आपदा आती है तो पुल को नुकसान होने से बचाया जा सके. जिसे ध्यान में रखते हुए इसके दोनों तरफ 100 मीटर का अप्रोच रोड भी बनाया जाएगा. लोक निर्माण विभाग ने इसके लिए सर्वे कर लिया है. इस अप्रोच रोड पर बड़े-बड़े डंगे लगाए जाएंगे, ताकि इस स्टील ट्रस ब्रिज तक गाड़ियों को पहुंचाया जा सके.
बता दें की पहले जो लाल पुल था उसे लोहे के रस्सों के सहारे टिकाया गया था, यह एक सस्पेंशन ब्रिज था. जबकि अब इसकी जगह पर स्टील ट्रस ब्रिज बनाने का प्रपोजल भेजा है. लोक निर्माण विभाग थलौट मंडल के अधिशाषी अभियंता विनोद शर्मा ने बताया कि सबसे पहले विभाग द्वारा पुल की पीपीआर बनाकर भेजी गई, जिसके बाद इसी के आधार पर पुल की डीपीआर भी मांगी गई. जोकि 21 करोड़ लागत की बनाकर भेजी गई है. जिसमें ब्रिज की तीन मीटर की ऊंचाई को बढ़ाया गया है. उन्होंने कहा कि जैसे ही प्रदेश से उन्हें पुल के लिए बजट मिलेगा, पुल का निर्माण कार्य शुरू करवा दिया जाएगा.
1 दर्जन पंचायतों को पुल का इंतजार: 100 साल पुराने ऐतिहासिक लाल पुल के टूट जाने के बाद पंडोह बाजार और इलाका बदार की एक दर्जन पंचायतों के लोग परेशानियों का सामना कर रहे थे और इसकी जगह नया पुल बनने का बेसब्री से इंतजार भी कर रहे हैं. इसके अलावा लोगों ने बार-बार सरकार से पुल को लेकर मांग भी उठाई है. इलाका बदार के लोगों को पंडोह बाजार तक आने में 5 किलोमीटर का एक्सट्रा सफर तय करना पड़ रहा है. वहीं, लोगों के न आने के कारण पंडोह बाजार की आर्थिकी पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है. यही कारण है कि लोग बार-बार प्रदेश सरकार से इस पुल को जल्द से जल्द बनाने की गुहार लगा रहे हैं.
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