करसोग: शिमला में साल 2024 के लिए प्राथमिकताएं सुनिश्चित करने संबंधी कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान कर्मचारियों को संबोधित करते हुए एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नंद लाल शर्मा ने कहा कि एसजेवीएन विद्युत परियोजनाओं में नए आयाम स्थापित कर रहा है. इसी कड़ी में एसजेवीएन के बाजार पूंजीकरण में अत्यधिक वृद्धि दर्ज की गई है. जिससे कैलेंडर वर्ष 2023 में इसके शेयर का मूल्य तीन गुणा बढ़ गया है. ऐसा कंपनी के इतिहास में पहली बार हुआ है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 में दो परियोजनाओं यथा 60 मेगावाट नैटवाड़ मोरी जलविद्युत स्टेशन और 75 मेगावाट गुरहा सौर ऊर्जा संयंत्र की सफलतापूर्वक कमीशनिंग इस दिशा में बढ़ाया गया एक कदम है.
नंद लाल शर्मा ने कहा कि एसजेवीएन की स्थापित क्षमता अब 2227 मेगावाट और कंपनी का परियोजना पोर्टफोलियो 56000 मेगावाट से अधिक हो गया है. जो दर्शाता है कि एसजेवीएन विकास के पथ पर अग्रसर है. उन्होंने सभी को चार प्रमुख क्षेत्रों यथा प्रचालनरत परियोजनाओं से विद्युत उत्पादन को अधिकतम करना, निर्माणाधीन परियोजनाओं में तीव्रता लाना, सर्वेक्षण एवं अन्वेषण अधीन परियोजनाओं की गतिविधियों को तीव्रता से ट्रैक करने के क्रम को जारी रखने की बात कही. इसके साथ कर्मचारियों को नई परियोजनाओं को हासिल करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित किया गया.
इस अवसर पर,निदेशक (कार्मिक) गीता कपूर सभी से एसजेवीएन को विद्युत क्षेत्र में अग्रणी निकाय बनाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने का आह्वान किया. निदेशक (वित्त) अखिलेश्वर सिंह ने कहा कि हाल ही के वर्षों में एसजेवीएन ने अपनी किटी में विभिन्न नवीकरणीय परियोजनाएं शामिल की हैं.75 मेगावाट गुरहा सौर ऊर्जा संयंत्र की कमीशनिंग के पश्चात ये परियोजनाएं एक के बाद एक प्रचालन के चरण में प्रवेश करेंगी. वर्ष 2024 के लिए प्राथमिकताएं सुनिश्चित करने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम’ में शिमला के सभी कर्मचारियों ने भाग लिया. इसके अतिरिक्त भारत व नेपाल के विभिन्न स्थानों पर तैनात कर्मचारी भी कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल हुए.
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