सराज: हिमाचल प्रदेश में बरसात ने इस बार सभी क्षेत्रों में भारी तबाही मचाई है. बाढ़, लैंडस्लाइड और जगह-जगह बादल फटने से जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है. बात चाहे टूरिज्म सेक्टर की हो या बागवानी और किसानी सेक्टर की, भारी बारिश के कहर ने सभी की कमर तोड़ कर रख दी है. भारी बारिश के कारण इस बार सब्जियों से लेकर फल सभी खराब हो चुके हैं. कहीं अगर फसल बारिश के कहर से बच भी जाती है, तो किसान बागवान उसे सही समय पर सब्जी मंडियों तक पहुंचाने में असमर्थ हैं. क्योंकि भारी बारिश और लैंडस्लाइड के कारण सड़कें बंद हैं. जिसके कारण किसानों बागवानों को अपनी मेहनत की कमाई मजबूरन यहां-वहां फेंकनी पड़ रही है. प्रदेश में सेब और मटर की फसल को फेंकने के बाद अब मंडी जिले के सराज में गोभी की फसल फेंकने का मामला सामने आया है.
सराज में बारिश का रौद्र रूप: मंडी जिले के विधानसभा क्षेत्र सराज में भी बारिश ने भयंकर रूप दिखाया था, जिससे यहां भारी तबाही मची थी. सराज के दूरदराज क्षेत्र टूंग्रू नाले ने भारी बारिश के चलते रौद्र रूप ले लिया था. जिसके कारण करीब 15 गांव को जाने वाले एकमात्र रास्ते का लगभग 20 फिट के दायरे तक नामोनिशान मिट गया है. इस कारण लम्बाथाच-कल्हणी सड़क पिछले एक महीने से बंद है. हालांकि पीडब्ल्यूडी ने भाटकीधार तक सड़क बहाल कर दी है, लेकिन इससे आगे अभी भी सड़क बंद है.
लैंडस्लाइड से सड़कें बंद: सराज के कई क्षेत्रों में भारी लैंडस्लाइड के चलते डगैहल गांव के लोगों की कई बीघा जमीन मलबे में बह गई. इसके अलावा सेब के पौधों और सब्जियों की फसलों को बड़ी मात्रा में नुकसान हुआ है. अभी भी डगैहल गांव के पास बह रहे टूंग्रू नाले के साथ रुक-रुक कर मलबा गिर रहा है. जिससे सड़कें पूरी तरह से बंद हो गई है. किसानों के लिए ये बारिश अब किसी शाप से कम नहीं है. सेब, मटर के बाद अब गोभी की फसल भी बारिश की भेंट चढ़ रही है.
नाले में फेंकी गोभी: भारी लैंडस्लाइड के चलते सड़क बंद हो गई है. जिसके चलते रोजमर्रा की चीज लाने में भी लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, खेतों में तैयार हुई फसल भी मुसीबत बनी हुई है. कल्हणी पंचायत में गांव डगैहल के निवासी शेष राम व नरेश कुमार को सड़कें बंद होने के चलते अपनी कई क्विंटल गोभी फेंकनी पड़ी. पिछले दिनों शेष राम ने करीब 7 से 10 क्विंटल गोभी खेत में ही फेंक दी. इसके अलावा नरेश कुमार ने भी करीब 6 क्विंटल गोभी को फेंक दिया. इन किसानों ने सब्जी मंडी तक इस गोभी को ले जाना में असमर्थता जताई और अपनी मजबूरन अपनी मेहनत को खेतों में फेंक दिया.
मंडी तक नहीं पहुंची सब्जी: शेष राम व नरेश कुमार ने बताया कि खेतों में इन दिनों नगदी फसल बंद गोभी और फूलगोभी तैयार हुई है. बंद गोभी को तो घोड़े खच्चरों के जरिए जैसे तैसे बाजार तक ले भी जाया जा सकता है, लेकिन फूल को ऐसे ले जाना संभव नहीं है. घोड़े-खच्चर से ले जाने में फूलगोभी खराब हो जाती है. जिसके कारण उन्होंने इस पर पैसा बर्बाद करना सही नहीं समझा और इसे नाले और खेतों और नाले में फेंकना सही लगा. उन्होंने कहा कि सड़कें खराब होने के कारण वह गोभी को मंडी तक नहीं पहुंचा पाए. इससे उन्हें अनुमानित एक लाख से ज्यादा का नुकसान हुआ है.
बारिश से लाखों का नुकसान: शेष राम के बेटे कमल ने बताया कि उन्होंने अपने खेतों में फूलगोभी लगाई की थी. जिससे करीब-करीब 30 क्विंटल से ज्यादा की फसल इस बार हुई थी, लेकिन कुछ फसल बारिश के कारण खराब हो गई और कुछ वह सब्जी मंडी तक नहीं ले जा पाए. जिसके चलते वह 30 क्विंटल में से एक किलो गोभी भी बेच नहीं पाए. जो गोभी ठीक थी उसे गांवों में बांट दिया और बाकि जो खराब थी उसे खेतों में फेंक दिया. कमल ने बताया कि इस बार उन्हें लाखों का नुकसान हुआ है.
'PWD नहीं दे रहा ध्यान': कल्हणी पंचायत के प्रधान खीरामणी ने बताया कि लैंडस्लाइड के चलते यहां पर सड़क बंद हो चुकी है. जिससे आवाजाही बिलकुल बाधित हो गई है. उन्होंने बताया सड़क बंद होने की सूचना पीडब्ल्यूडी को दे दी गई है. उन्होंने रोष जताते हुए बताया कि पीडब्ल्यूडी को सूचित करने के बाद लगभग 2 सप्ताह का समय बीत गया है, लेकिन अभी तक सड़क और डंगों का काम शुरू नहीं हुआ है. लिंक रोड भी बंद हैं. जिससे यहां के लोगों बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
इन गांवों में मची तबाही: इस बरसात के कारण सराज विधानसभा क्षेत्र के लगभग 15 गांवों बहुत बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. जिनमें डगैहल, थाच, झुघाणी, घाट, बादंली, हरनाच सराची, लुगाडी सहित कल्हणी एवं भाटकीधार पंचायत के लोगों ने प्रशासन से प्रभावित परिवारों की सहायता करने की मांग की है. लोगों का कहना है कि भारी बारिश के कारण किसानों की कमर तोड़ दी है और उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा. जबकि सड़कें बंद होने से उनकी रोजमर्रा के कामों पर भी गहरा असर पड़ रहा है.
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