मंडी: उपमंडल पधर में गवाली ग्राम पंचायत के डूहका गांव का एक परिवार जानवरों से भी बदतर जिंदगी जीने को मजबूर हैं. मीडिया ने इस परिवार की आवाज बनकर इनका दुख दर्द प्रशासन तक पहुंचाया था. इस पर एसडीएम पधर अपनी टीम के साथ मानसिक रूप से परेशान 3 भाइयों के घर पहुंचे.
दरअसल, डूहका गांव में एक परिवार के तीन भाई परमदेव, राजेंद्र और रवि कुमार मानसिक रोगी हैं. चौथा भाई सुरेंद्र कुमार तीनों भाईयों की देखभाल करता है. एसडीएम पधर शिव मोहन सिंह सैनी ने बताया कि कुछ महीने पहले मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली थी कि डूहका गांव में कुछ मानसिक बीमारी से ग्रसित लोग रहते हैं.
कोरोना महामारी के चलते व्यस्त होने के कारण इस गांव में नहीं पहुंच पाए थे. आज इनकी स्थिति का जायजा लेने के लिए उनके घर पहुंचने पर पाया कि चार भाइयों में से तीन की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. एसडीएम पधर ने कहा कि पंचायत की ओर से मिलने वाले लाभ भी इस परिवार को नहीं मिल पाए हैं. इसकी जांच की जाएगी. साथ ही इनकी पेंशन के बारे में भी विभाग से बात की जाएगी.
एसडीएम ने कहा कि इस परिवार के पास अपनी जमीन भी है, जिसमें यह खेती करते हैं. उन्होंने कहा कि प्रशासन इनकी हर संभव मदद करेगा. प्रशासन को इस परिवार के पास पहुंचने में लगभग चार महीने का समय लग गया. एसडीएम पधर ने इनके घर की साफ-सफाई करवाने के बाद इनको खाद्य सामग्री भी वितरित की.
बता दें कि करीब चार महीने पहले पधर प्रशासन को मीडिया के माध्यम से परिवार की हालात के बारे में अवगत करवाया गया था, लेकिन देश में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए प्रशासन इन तक नहीं पहुंच पाया था. वहीं, लॉकडाउन के दौरान पधर प्रशासन ने इनके खाने पीने की पूरी व्यवस्था की थी.
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