करसोग: उपमंडल करसोग में नगर पंचायत में हड़ताल में बैठे सफाई कर्मचारियों के समर्थन में ब्लॉक कांग्रेस पार्टी भी उतर गई है. इस बारे में कांग्रेस सहित पार्टी के अनुसूचित जाति विभाग के ब्लॉक अध्यक्ष सफाई कर्मचारी से मिले. इसके बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को ज्ञापन सौंपा, जिसमें मुख्यमंत्री से मामले की निष्पक्ष जांच करवाए जाने की मांग की गई है.
जिला स्तर के पुलिस अधिकारी से जांच करने की मांग
इसमें जांच का जिम्मा जिला स्तर के पुलिस अधिकारी को सौंपे जाने व सीसीएस (सीसीए) रूल 1965 के तहत कार्रवाई किए जाने की मांग की गई है. पार्टी ने कहा है कि एक अधिकारी ने सफाई कर्मचारी से दुर्व्यवहार किया है महिला के खिलाफ जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल किया गया है, कि जो निंदनीय है. अगर अधिकारी ही इस तरह का व्यवहार निम्न लोगों से करेंगे तो समाज में इसका क्या संदेश जाएगा? पार्टी ने स्पष्ट किया है कि अगर लोगों को दबाने का प्रयास किया गया तो इसका विरोध किया जाएगा.
महिला सफाई कर्मचारी के साथ अभद्र व्यवहार की निष्पक्ष जांच
ब्लॉक अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष रमेश कुमार ने कहा कि महिला सफाई कर्मचारी के साथ अभद्र व्यवहार किया गया है, इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. इस बारे में मुख्यमंत्री व डीसी मंडी को एसडीएम के माध्यम से ज्ञापन सौंपा गया है. उन्होंने कहा कि अगर मामले की निष्पक्ष जांच नहीं होती है तो अनुसूचित जाति के लोगों का व्यवस्था से विश्वास ही उठ जाएगा.
वहीं, राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के प्रदेश महासचिव भगतराम व्यास का कहना है कि नगर पंचायत करसोग में एक महिला सफाई कर्मचारी जो घरों से कूड़ा उठाती है. मालूम हुआ है कि इसके साथ एक अधिकारी द्वारा दुर्व्यवहार किया गया है और जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल किया गया है, जोकि बहुत ही निंदनीय है. उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच जो निष्पक्ष भाव से जिला स्तर के पुलिस अधिकारी से करवाई जानी चाहिए और नियमानुसार जो सीसीएस(सीसीए) रूल 1965 के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए.
बीडीओ के समर्थन में उतरे प्रधान और कर्मचारी
करसोग में एक महिला सफाई कर्मचारी की ओर से अधिकारी के खिलाफ जाति सूचक शब्द कहे जाने के आरोप में एक नया मोड़ आ गया है. यहां अनुसूचित जाति के प्रधान सहित बीडीओ कार्यालय के अभी कर्मचारी अधिकारी के समर्थन में खड़े हो गए हैं. इस बारे में प्रधानों सहित कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें मुख्यमंत्री से अधिकारी के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर को रद्द किए जाने की मांग की गई है.
एफआईआर की सूचना मिलने के बाद कई प्रधान करसोग पहुंचे और सफाई कर्मचारी की ओर से अधिकारी के खिलाफ लगाए गए जाति सूचक शब्दों के कहे जाने के आरोपों का खंडन किया. बीडीओ कार्यालय के कर्मचारियों ने भी अधिकारी का समर्थन किया है और कहा है कि अधिकारी किसी के खिलाफ ऐसा अभद्र व्यवहार कर ही नहीं सकते हैं. वे अधिकारी के साथ पिछले कई महीनों से कार्य कर रहे हैं, लेकिन इस दौरान कभी भी अधिकारी ने किसी कर्मचारी के साथ ऊंची आवाज के कभी बात तक नहीं कि है. इसलिए अधिकारी के खिलाफ जो आरोप लगाए गए हैं, ये निराधार हैं.
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