मंडी: विकासखंड सदर के तहत पढ़ने वाली ग्राम पंचायत नाग धार के गांव डयोड के बाशिंदों ने फोरलेन निर्माण कार्य में जुटी कंपनी पर वन भूमि पर अवैध रूप से डंपिंग करने के आरोप लगाए हैं. नागधार पंचायत के लोगों का कहना है कि गांव डयोड व श्मशान घाट घराटनाला में फोरलेन निर्माण कार्य में जुटी कंपनी के द्वारा अवैध डंपिंग की जा रही है और डंपिंग साइट से उड़ने वाली धूल मिट्टी से उन्हें परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं.
शनिवार को ग्राम पंचायत नागधार का एक प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त मंडी ऋग्वेद ठाकुर से मिला और उनकी पंचायत में अवैध रूप से हो रही डंपिंग को बंद करवाने की मांग की. ग्रामीणों का कहना है कि फोरलेन निर्माण कार्य में लगी कंपनी के द्वारा वन विभाग की भूमि पर रोजाना दर्जनों ट्रकों के हिसाब से अवैध डंपिंग की जा रही है जिस पर जिला प्रशासन भी कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है.
ग्रामीणों का कहना है कि गांव डयोड में जो प्राकृतिक जल स्त्रोत है अवैध डंपिंग के कारण सूख गए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि उनके घरों में धूल मिट्टी ही भरी रहती है जिससे ना तो वह घर का काम कर सकते हैं और ना ही बच्चे घर में पढ़ाई कर सकते हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि इस बारे में पंचायत के माध्यम से लिखित रूप में कंपनी प्रबंधन को शिकायत सौंपी गई है, लेकिन कंपनी प्रबंधन पर इसका कोई असर नहीं है. ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जिला प्रशासन जल्द ही इस पर कोई फैसला नहीं लेता है तो सभी ग्रामीण प्रशासन और कंपनी प्रबंधन के खिलाफ उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे, जिसकी सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन व कंपनी प्रबंधन की होगी.