मंडी: कोरोना को लेकर सरकार की ओर से वैक्सीनशन अभियान शुरू किया गया है. इस अभियान में शामिल होने के लिए लोगों को पढ़े लिखे होने की जरूरत है. इसके अलावा उनके पास स्मार्टफोन और इंटरनेट की सुविधा होना भी जरूरी है लेकिन सभी लोगों के पास यह सुविधाएं नहीं हैं. ऐसे में सरकार का यह अभियान पटरी से उतरता नजर आ रहा है.
बिना स्मार्टफोन के कैसे करें पंजीकरण
लोगों को डिजिटल माध्यम के जरिए बताया जा रहा है कि वह वैक्सीन लगवाने के लिए कैसे पंजीकरण कर सकते हैं लेकिन प्रदेश के सारे लोग डिजिटल जागरूकता का फायदा नहीं उठा पा रहे हैं. प्रदेश के सारे लोग टीकाकरण के लिए डिजिटल पंजीकरण करवाने में सक्षम नहीं हैं. कोरोना महामारी में जहां लोगों के पास खाने तक के पैसे नहीं हैं, ऐसे में लोग स्मार्टफोन का इस्तेमाल कैसे करेंगे.
बिना पंजीकरण के नहीं लग रही वैक्सीन
18 से 44 साल के लोगों को वैक्सीन लगवानी है तो उन्हें कोविन या आरोग्य सेतु ऐप पर पंजीकरण करवाना अनिवार्य है. पंजीकरण के बिना किसी को वैक्सीन नहीं लगाई जा रही है. ऐसे में जो लोग पढ़े लिखे हैं, अच्छे घरों से आते हैं. वह तो आसानी से इस प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं लेकिन जो लोग अनपढ़ हैं, गरीब परिवारों से संबंध रखते हैं. उन लोगों के लिए वैक्सीन लगवाना मुश्किल हो रहा है.
गरीब और अनपढ़ को भी लगाया जाए टीका
मंडी शहर के बाजार में गुजराती समुदाय के लोग पुराने कपड़े बेचते हैं. इन लोगों के लिए टीकाकरण की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. इन लोगों को कहा जा रहा है कि पहले ऑनलाइन प्रक्रिया को पूरा करें फिर ही वैक्सीन लगेगी. शहर के लोग जो अपना पंजीकरण करवाने में असक्षम हैं. उन लोगों की सरकार से यही मांग है कि उन्हें भी कोरोना का टीका दिया जाए.
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