सरकाघाट/मंडीः एनपीएस कर्मचारी महासंघ खंड सरकाघाट के समस्त विभाग के कर्मचारियों ने 15 मई को ब्लैक डे मनाया और इसके लिए ब्लॉक के प्रधान अजय परवारी ने सभी कर्मचारियों को धन्यवाद किया. समस्त कर्मचारियों ने भी ब्लॉक प्रधान से कहा कि वह इस लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाएंगे और जब तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं होगी तब तक हिम्मत नहीं हारेंगे.
प्रधान ने कहा कि वर्ष 2006 में राज्य सरकार ने अधिसूचना जारी करते हुए कि 15 मई 2003 से हिमाचल प्रदेश सरकार ने एनपीएस स्कीम लागू कर दी. उसी दिन से एनपीएस कर्मचारियों का काला अध्याय आरंभ हो गया है. आए दिन सेवाकाल पूरा करने के पश्चात एनपीएस कर्मचारी आंशिक पेंशन पा रहे हैं, जोकि एक वृद्धा पेंशन से भी कम है. उन्होंने सरकार से मांग की कि वह जल्द से जल्द पुरानी पेंशन बहाल करें, ताकि सेवानिवृत्ति के पश्चात कर्मचारी आत्मनिर्भर और आत्मसम्मान के साथ अपना जीवन गुजार सकें.
सरकार जल्द जारी करेगी 2009 की जारी अधिसूचना
वहीं, सचिव रितेश कुमार ने कहा कि 'आपातकाल स्थिति में हमारे एनपीएस कर्मचारी अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं. इस दौरान बहुत से कर्मचारी अपनी जान भी गवां बैठे हैं. ऐसे में अब परिजनों के पास ना तो कोई आय का साधन है और ना ही कोई वित्तीय सुरक्षा है. हमारे कुछ कर्मचारी तो हाल ही में ही नियमित हुए हैं. यह बहुत ही गंभीर विषय है. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हमारे राज्य अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर अपने प्रयासों से बार-बार सरकार के सामने इस संज्ञान को सामने ला रहे हैं. हमें पूर्ण आशा है कि सरकार 2009 की अधिसूचना जारी कर देगी, ताकि जो साथी हमारे पुराने समय में शहीद हो गए हैं उनके परिवारों को भी वित्तीय लाभ मिल सके'.
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