ETV Bharat / state

हादसों के बाद भी नहीं जाग रहा विभाग, यहां भूस्खलन के एक साल बाद भी नहीं लगी रिटेनिंग वॉल

हमेशा की तरह इस बार भी मानसून सीजन की तैयारियों को लेकर आयोजित हुई बैठकों में पीडब्ल्यूडी विभाग ने हर स्थिति से निपटने का दावा किया है, लेकिन पिछले बरसात में हुए नुकसान की भरपाई के लिए कितने प्रयास हुए हैं, इस ओर किसी का ध्यान तक नहीं है. पिछली बार कंसाली नाला के समीप भारी भूस्खलन के बाद यहां मोड़ और भी खतरनाक हो गया है, लेकिन पीडब्ल्यूडी विभाग से एक साल में रिटेनिंग वॉल तक नहीं लग पाई है.

हादसों के बाद भी नहीं जाग रहा PWD विभाग
author img

By

Published : Jul 30, 2019, 7:17 PM IST

Updated : Jul 31, 2019, 10:47 PM IST

करसोग: हिमाचल के शांत पहाड़ों से आए दिन उठ रही चीखों पुकार के बाद भी नीति नियताओं की नींद नहीं टूटी है. इसका बड़ा उदाहरण कंसाली नाला के समीप वो पहाड़ी है, जो पिछली बरसात में भारी भूस्खलन के बाद लोगों की जान के लिए अब और भी खतरा बन गई है.

हालांकि हमेशा की तरह इस बार भी मानसून सीजन की तैयारियों को लेकर आयोजित हुई बैठकों में पीडब्ल्यूडी विभाग ने हर स्थिति से निपटने का दावा किया है, लेकिन पिछले बरसात में हुए नुकसान की भरपाई के लिए कितने प्रयास हुए हैं, इस ओर किसी का ध्यान तक नहीं है. पिछली बार कंसाली नाला के समीप भारी भूस्खलन के बाद यहां मोड़ और भी खतरनाक हो गया है, लेकिन पीडब्ल्यूडी विभाग से एक साल में रिटेनिंग वॉल तक नहीं लग पाई है.

पिछली साल अक्टूबर महीने में इसी तीखे मोड़ पर एक सुंदरनगर से करसोग आ रही एक प्राइवेट बस का एक्सल टूटने के बाद लोगों ने दोनों ओर से 8 घंटे ट्रैफिक रुकने से जो परेशानी झेली थी, उसके बाद विभाग ने जरूर पहाड़ी के बाहरी हिस्से से मिट्टी और कुछ पत्थर हटाए गए थे, लेकिन यहां भारी बारिश में भूस्खलन के खतरे को हमेशा के लिए खत्म किया जाए, ऐसा कोई प्रयास पीडब्ल्यूडी ने अभी तक नहीं किया है.

भूस्खलन के एक साल बाद भी नहीं लगी रिटेनिंग वॉल

करसोग शिमला सड़क पर ट्रैफिक का भारी दवाब
लगातार बढ़ रही वाहनों की संख्या से करसोग शिमला सड़क पर पिछले कुछ सालों में ट्रैफिक का अत्याधिक दवाब बढ़ा है. रोजाना राजधानी शिमला सहित मंडी और अन्य प्रमुख स्थानों के लिए यहां से होकर बड़ी संख्या में वाहन गुजरते हैं. ऐसे में बरसात के इन दिनों में यहां हमेशा भूस्खलन का डर सताता रहता है. हालांकि पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी और कर्मचारी भी रोजाना यहीं से होकर गुजरते हैं पर इस तरफ किसी ने ध्यान नहीं दिया.

मामला ध्यान में आया है: अधिशाषी अभियंता
पीडब्ल्यूडी डिवीजन करसोग के अधिशाषी अभियंता मान सिंह का कहना है कि मामला ध्यान में आया है. इस बारे में जरूरी दिशा निर्देश जारी किए जा रहे हैं. पीडब्ल्यूडी डिवीजन करसोग के अधिशाषी अभियंता मान सिंह का कहना है कि मामला ध्यान में आया है. इस बारे में जरूरी दिशा निर्देश जारी किए जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें- ABVP ने छात्र समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन, सरकार से रखी ये मांग

करसोग: हिमाचल के शांत पहाड़ों से आए दिन उठ रही चीखों पुकार के बाद भी नीति नियताओं की नींद नहीं टूटी है. इसका बड़ा उदाहरण कंसाली नाला के समीप वो पहाड़ी है, जो पिछली बरसात में भारी भूस्खलन के बाद लोगों की जान के लिए अब और भी खतरा बन गई है.

हालांकि हमेशा की तरह इस बार भी मानसून सीजन की तैयारियों को लेकर आयोजित हुई बैठकों में पीडब्ल्यूडी विभाग ने हर स्थिति से निपटने का दावा किया है, लेकिन पिछले बरसात में हुए नुकसान की भरपाई के लिए कितने प्रयास हुए हैं, इस ओर किसी का ध्यान तक नहीं है. पिछली बार कंसाली नाला के समीप भारी भूस्खलन के बाद यहां मोड़ और भी खतरनाक हो गया है, लेकिन पीडब्ल्यूडी विभाग से एक साल में रिटेनिंग वॉल तक नहीं लग पाई है.

पिछली साल अक्टूबर महीने में इसी तीखे मोड़ पर एक सुंदरनगर से करसोग आ रही एक प्राइवेट बस का एक्सल टूटने के बाद लोगों ने दोनों ओर से 8 घंटे ट्रैफिक रुकने से जो परेशानी झेली थी, उसके बाद विभाग ने जरूर पहाड़ी के बाहरी हिस्से से मिट्टी और कुछ पत्थर हटाए गए थे, लेकिन यहां भारी बारिश में भूस्खलन के खतरे को हमेशा के लिए खत्म किया जाए, ऐसा कोई प्रयास पीडब्ल्यूडी ने अभी तक नहीं किया है.

भूस्खलन के एक साल बाद भी नहीं लगी रिटेनिंग वॉल

करसोग शिमला सड़क पर ट्रैफिक का भारी दवाब
लगातार बढ़ रही वाहनों की संख्या से करसोग शिमला सड़क पर पिछले कुछ सालों में ट्रैफिक का अत्याधिक दवाब बढ़ा है. रोजाना राजधानी शिमला सहित मंडी और अन्य प्रमुख स्थानों के लिए यहां से होकर बड़ी संख्या में वाहन गुजरते हैं. ऐसे में बरसात के इन दिनों में यहां हमेशा भूस्खलन का डर सताता रहता है. हालांकि पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी और कर्मचारी भी रोजाना यहीं से होकर गुजरते हैं पर इस तरफ किसी ने ध्यान नहीं दिया.

मामला ध्यान में आया है: अधिशाषी अभियंता
पीडब्ल्यूडी डिवीजन करसोग के अधिशाषी अभियंता मान सिंह का कहना है कि मामला ध्यान में आया है. इस बारे में जरूरी दिशा निर्देश जारी किए जा रहे हैं. पीडब्ल्यूडी डिवीजन करसोग के अधिशाषी अभियंता मान सिंह का कहना है कि मामला ध्यान में आया है. इस बारे में जरूरी दिशा निर्देश जारी किए जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें- ABVP ने छात्र समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन, सरकार से रखी ये मांग

Intro:कंसाली नाला के समीप भारी भूस्खलन के बाद यहां मोड़ और भी खतरनाक हो गया है, लेकिन पीडब्ल्यूडी विभाग से एक साल में रिटेनिंग वॉल तक नहीं लग पाई हैBody:
हादसों के बाद भी नहीं जाग रहा पीडब्ल्यूडी विभाग, यहां भूस्खलन के एक साल बाद भी नहीं लगी ब्रेस्ट वॉल।
करसोग
हिमाचल के शांत पहाड़ों से आए दिन उठ रहीं चीखों पुकार के बाद भी नीति नियंताओं की नींद नहीं टूटी है। इसका बड़ा उदाहरण कंसाली नाला के समीप वो पहाड़ी है, जो पिछली बरसात में भारी भूस्खलन के बाद लोगों की जान के लिए अब और भी खतरा बन गई है। हालांकि हमेशा की तरह इस बार भी मानसून सीजन की तैयारियों को लेकर आयोजित हुई बैठकों में पीडब्ल्यूडी विभाग ने हर स्थिति से निपटने का दावा किया है, लेकिन पिछले बरसात में हुए नुकसान की भरपाई के लिए कितने प्रयास हुए हैं, इस ओर किसी का ध्यान तक नहीं है। पिछ्ली बार कंसाली नाला के समीप भारी भूस्खलन के बाद यहां मोड़ और भी खतरनाक हो गया है, लेकिन पीडब्ल्यूडी विभाग से एक साल में रिटेनिंग वॉल तक नहीं लग पाई है। पिछली साल अक्टूबर महीने में इसी तीखे मोड़ पर एक सुंदरनगर से करसोग आ रही एक प्राइवेट बस का एक्सल टूटने के बाद लोगों ने दोनों ओर से 8 घंटे ट्रैफिक रुकने से जो परेशानी झेली थी, उसके बाद विभाग ने जरूर पहाड़ी के बाहरी हिस्से से मिट्टी और कुछ पत्थर हटाए गए थे। लेकिन यहां भारी बारिश में भूस्खलन के खतरे को हमेशा के लिए खत्म किया जाए, ऐसा कोई प्रयास पीडब्ल्यूडी ने अभी तक नहीं किया है।

करसोग शिमला सड़क पर ट्रैफिक का भारी दवाब:
लगातार बढ़ रही वाहनों की संख्या से करसोग शिमला सड़क पर पिछले कुछ सालों में ट्रैफिक का अत्याधिक दवाब बढ़ा है। रोजमा राजधानी शिमला सहित मंडी और अन्य प्रमुख स्थानों के लिए यहां से होकर बड़ी संख्या में वाहन गुजरते हैं। ऐसे में बरसात के इन दिनों में यहां हमेशा भूस्खलन का डर सताता रहता है। हालांकि पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी और कर्मचारी भी रोजाना यहीं से होकर गुजरते हैं पर इस तरफ किसी ने ध्यान नहीं दिया

मामला ध्यान में आया है: अधिशाषी अभियंता
पीडब्ल्यूडी डिवीजन करसोग के अधिशाषी अभियंता मान सिंह का कहना है कि मामला ध्यान में आया है। इस बारे में जरूरी दिशा निर्देश जारी किए जा रहे हैं।Conclusion:पीडब्ल्यूडी डिवीजन करसोग के अधिशाषी अभियंता मान सिंह का कहना है कि मामला ध्यान में आया है। इस बारे में जरूरी दिशा निर्देश जारी किए जा रहे हैं।
Last Updated : Jul 31, 2019, 10:47 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.