करसोग: जिला मंडी के करसोग के तहत खनयोल बगड़ा के गांव स्यानजली में रंगडों के काटने से आईजीएमसी में उपचाराधीन 25 वर्षीय कौशल्या देवी ने शनिवार की दम तोड़ दिया. पिछले 24 घंटो से वह जिंदगी और मौत से जूझ रही थी. वहीं कौशल्या की सास रोशनी देवी अभी भी जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही है.
बता दें रंगडों के काटने से कौशल्या देवी की 3 वर्षीय बेटी शिवानी की शुक्रवार को मौत हो गई. 17 अक्टूबर को घास काटते वक्त रंगडों ने एक ही परिवार के तीन सदस्यों पर हमला कर दिया था, जिसमें मां और बेटी की मौत हो गई है. कौशल्या देवी अपने एक 9 वर्षीय मासूम बेटे लितेश को छोड़ गई है. इस घटना से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है. वही मौत की खबर सुनकर पूरा गांव सदमे में है.
ये है मामला:
गुरुवार सांय साढ़े पांच बजे के करीब बच्ची अपनी दादी और मां के साथ घास काटने खेत गई थी. जब सास और बहू ने घास काटना शुरू किया, उसी वक्त अचानक ही घास के बीच से रंगडों ने बच्ची सहित दोनों महिलाओं पर हमला कर दिया. एक साथ भारी संख्या में रंगडों के हमला से इन सभी को संभलने का मौका नहीं मिला. घटना का शिकार हुई बच्ची के पिता घर पर नहीं थे और वह सेब के व्यापार के लिए किन्नौर गए थे. ऐसे में गांव वालों ने पीठ पर उठाकर सभी को गाड़ी तक पहुंचाया. इसके बाद इन्हें उपचार के लिए सिविल अस्पताल करसोग लाया गया. इस दौरान बच्ची की अस्पताल में मौत हो गई और दोनों महिलाओं को प्राथमिक उपचार देने के बाद आईजीएमसी अस्पताल रेफर किया गया.
बेटी के बाद मां की भी मौत: एएसआई
करसोग थाना प्रभारी एएसआई बलवीर सिंह का कहना है कि रंगडों के काटने मामला आया था. इसमें बेटी के बाद उसकी मां कौशल्या की भी आईजीएमसी में मौत हो गई है. उन्होंने कहा कि तीसरी घायल महिला जो मृतिका की सास है, उसका आईजीएमसी मैं उपचार चल रहा है.