मंडी: हिमाचल प्रदेश में विद्युत विभाग मीटरों की कमी से जूझ रहा है. आलम यह है कि विभाग के पास आवेदनों के ढेर लग गए हैं, लेकिन कनेक्शन देने के लिए विभाग के पास मीटर ही नहीं हैं. विभाग यह समस्या बीते करीब एक साल से भी अधिक समय से झेल रहा है. यह समस्या तब से है जब विभाग स्मार्ट मीटर खरीदने जा रहा था, लेकिन किन्हीं कारणों से यह मीटर खरीदे नहीं जा सके और अब सामान्य मीटर भी विभाग के पास नहीं बचे हैं. विभाग को पुराने मीटरों से जुगाड़ लगाकर कुछ कनेक्शन जारी करने पड़ रहे हैं.
मंडी जोन में 7 हजार आवेदन पेंडिग: अकेले मंडी जोन की बात करें तो यहां पर ही 7 हजार से ज्यादा आवेदन लंबित पड़े हुए हैं. विद्युत विभाग के मंडी जोन के तहत 5 जिले आते हैं. जिनमें मंडी, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, बिलासपुर और हमीरपुर शामिल है. विद्युत विभाग मंडी जोन के चीफ इंजीनियर रजनीश कुमार ने बताया कि मंडी जिले में एक हजार से ज्यादा, कुल्लू जिले में 1500 से ज्यादा, बिलासपुर जिले में 1500 से ज्यादा और हमीरपुर जिले में 1500 से ज्यादा आवेदन लंबित पड़े हैं. उन्होंने बताया कि कुछ आवेदन आवेदकों के स्तर पर औपचारिकताएं पूरी न होने के कारण लंबित हैं तो कुछ विभाग के स्तर पर. विभाग समय-समय पर नए मीटर खरीदता रहता है. कुछ पुराने मीटरों से भी कनेक्शन जारी किए जा रहे हैं.
क्यों नहीं लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर: बता दें कि पूर्व सरकार के समय में स्मार्ट मीटर लगाने की योजना बनी थी, लेकिन कुछ समय बाद ही सरकार ने 125 यूनिट बिजली फ्री देने का ऐलान कर दिया था. इस कारण स्मार्ट मीटर लगाने का औचित्य ही नहीं बचा था. अब मौजूदा सरकार ने 300 यूनिट बिजली फ्री देने की वादा किया गया है. ऐसे में यदि लोगों को बिजली फ्री में मिलती है तो फिर स्मार्ट मीटर लगाने का कोई लाभ विभाग को नहीं मिलेगा, लेकिन स्मार्ट मीटर के चक्कर में विभाग के पास सामान्य मीटरों की भी खासी कमी हो गई है.