करसोग/मंडी: करसोग में कोरोना संकट के बीच सड़कों पर बेसहारा पशु लोगों के लिए परेशानी का कारण बने हुए हैं. दिन के समय सड़कों पर घूम रहे बेसहारा पशु रात को खेतों में किसानों और बागवानों की फसलों को उजाड़ रहे हैं. ऐसे में खून पसीने की कमाई बर्बाद होने से किसानों के सामने रोजी रोटी का भी संकट खड़ा हो रहा है.
इसके अलावा सड़कों पर घूमने के कारण बेसहारा पशु अकाल मौत का भी ग्रास बन रहे हैं. यही नहीं इस कारण हमेशा हादसों का भी अंदेशा बना रहता है. ऐसे में लोगों को रोजाना पेश आ रही इस समस्या के समाधान के लिए नगर पंचायत करसोग की उपाध्यक्ष ममता गुप्ता की अगुआई में शनिवार को लोगों ने एसडीएम करसोग के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को एक ज्ञापन सौंपा.
ज्ञापन में मुख्यमंत्री से बेसहारा पशुओं की समस्या से निजात दिलाने के लिए ठोस इंतजाम करने का आग्रह किया गया है. इसके अलावा पशुओं के गौ सदन के निर्माण सहित चारे का प्रबंध किए जाने की भी मांग की गई.
बता दें कि हिमाचल के लोग कई सालों से आवारा पशुओं के कारण परेशान हैं. ये पशु किसानों को फसलों को खेतों में बर्बाद कर देते हैं. हालात ये हैं कि कई किसान पशुओं के आतंक से खेती करना छोड़ चुके हैं.
वहीं ये पशु सड़क हादसों का कारण भी बन रहे हैं. ये पशु सड़कों पर डेरा जमाए रहते हैं. ऐसे में कई सड़क हादसे भी पेश आ चुके हैं. हलांकि सरकार ने गौ सदनों की व्यवस्था प्रदेशभर में कर रखी है, लेकिन कई गौ सदनों की हालत बहुत ही खराब है.