मंडी: हिमाचल प्रदेश में गत महीने 7 मई से बंद एचआरटीसी की बसें अब फिर से सड़कों पर दौड़ना शुरू हो गई हैं. मंडी जिला में परिवहन निगम द्वारा 229 रूटों पर बसों को चलाया जा रहा है. वहीं, मंडी डिपो ने 65 रूटों पर बस सेवा शुरू की है. पहला दिन होने के कारण बसों में इक्का-दुक्का सवारियां ही नजर आईं.
परिवहन निगम क्षेत्रीय प्रबंधक मंडी गोपाल शर्मा ने बताया कि मंडी डीपू में 210 रूटों में से 65 रूटों पर बस सेवा शुरू की गई है. उन्होंने बताया कि 400 चालक परिचालकों में से 200 चालक परिचालकों को ड्यूटी पर बुलाया गया है.
बसों को किया जा रहा है सैनिटाइज
वहीं, उन्होंने कहा कि यदि जिला में अतिरिक्त बसें चलाने की आवश्यकता पड़ती है तो उसके लिए भी निगम पूरी तरह से तैयार है. उन्होंने कहा कि बसों को रूट पर भेजने से पहले पूरी तरह सैनिटाइज किया जा रहा है, ताकि संक्रमण का खतरा पैदा ना हो.
सवारी को बिना मास्क बैठने नहीं दिया जा रहा
क्षेत्रीय प्रबंधक ने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए सरकार द्वारा जारी सभी दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन किया जा रहा है और किसी भी सवारी को बिना मास्क के बस में बैठने नहीं दिया जा रहा है.
14 जून से प्रदेश में 50 फीसदी सवारियों के साथ बसें चलाने का फैसला
बता दें कि बीते शुक्रवार को कैबिनेट की बैठक में प्रदेश सरकार ने 14 जून से प्रदेश में 50 फीसदी सवारियों के साथ बसें चलाने का फैसला लिया है. हालांकि अभी दूसरे राज्यों के लिए बस सेवा शुरू नहीं की गई है.
वहीं, प्राइवेट बस ऑपरेटर्स ने रविवार को राज्य स्तरीय वर्चुअल मीटिंग में प्रदेश में 14 जून से निजी बसों को ना चलाने का ऐलान किया था, जिसके बाद मंडी में निजी बस ऑपरेटर्स यूनियन दो गुटों में बंट गई है.
सोमवार को कुछ निजी बस मालिकों ने अपनी बसों को रूटों पर भेजना शुरू कर दिया है. जिसके चलते मंडी बस स्टैंड पर निजी बस ऑपरेटर्स यूनियन और निजी बस मालिकों के बीच तनातनी देखने को मिली, जिसे निजी बस ऑपरेटर प्रदेश उपाध्यक्ष वीरेंद्र गुलेरिया ने बीच बचाव कर शांत करवाया.
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