धर्मपुर/मंडी: प्रदेश के जलशक्ति, बागवानी व सैनिक कल्याण मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि बागवानी का शिवा प्रोजेक्ट प्रदेश के युवाओं विशेषकर निचले हिमाचल के लिए किसी वरदान से कम नहीं होगा. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी ने भारतवर्ष ही नहीं बल्कि पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था को बिगाड़ कर रख दिया है. इसके चलते कई फैक्ट्रियां बंद हो गई है. साथ ही कई बंद होने की कगार पर खड़ी है, जिसके कारण कई लोगों की नौकरियां चली गई हैं.
इसके चलते अब युवा पीढ़ी को स्वावलंबी बनने के लिए उन्हें बागवानी की ओर अपना रूख करना पड़ेगा. महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि ऊपरी हिमाचल में पहले से ही लोग बागवानी की ओर मुड़े हुए हैं. इससे वह अपना व अपने परिवार का गुजारा आराम से करते हैं, लेकिन निचले हिमाचल के लिए पहले ऐसा कोई प्रोजेक्ट नहीं था. वहीं, अब जयराम सरकार बनने के बाद निचले हिमाचल के लिए ये पहली बार प्रोजेक्ट आया है.
जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि इसमें 17 कलस्टरों का काम शुरू हो गया है. कलस्टारों की पूरी बाड़बदीं सरकार करेगी, जिससे कोई भी जंगली जानवर इसमें प्रवेश नहीं कर पायेगा. साथ ही 500 रूपये का पौधा बागवानों 15 से 20 रूपये में दिया जायेगा. इसके बाद वहां से निकलने वाले फलों को बागवान खुद बेच सकते हैं. इसके अलावा फलों को सरकार को बेचने की चाह रखने वाले बागवान सरकार को भी बेच सकते हैं. इसके लिए उन्हें कहीं जाने की जरूरत नहीं है.
महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि इन पौधों से तीन साल में ही फल मिलना शुरू हो जायेगा. उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट उन युवाओं के लिए लाभदायक है, जिनकी कोरोना संकट के दौरान नौकरी चली गई है. इसके चलते वे यहीं से अपना व अपने परिवार का पालन पोषण आसानी से कर सकते हैं.
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