करसोग: हिमाचल प्रदेश में जाइका वानिकी परियोजना अब हाईटेक हो गई है. जाइका वानिकी परियोजना के तहत होने वाली सभी तरह की गतिविधियों पर अब ड्रोन से निगरानी रखी जाएगी. इसके लिए जाइका वानिकी परियोजना के प्रोजेक्ट मैनेजर जीआईएस रजनीश कुमार के नेतृत्व में रोहड़ू वन मंडल के सरस्वती नगर वन परिक्षेत्र में ड्रोन से सर्वे किया गया.
ड्रोन में कैद होगी हर गतिविधि: जाइका वानिकी परियोजना के तहत होने वाली सभी तरह की गतिविधियों पर ड्रोन से निगरानी की जाएगी. जिसमें पौधरोपण, जंगलों में लगने वाली आग की घटना समेत प्रोजेक्ट के तहत हो रहे हर कार्यों पर अब ड्रोन के जरिए कड़ी नजर रखी जाएगी. इसके लिए रोहड़ू वन मंडल के सरस्वती नगर वन परिक्षेत्र में ड्रोन से सर्वे भी किया गया है, जो कि सफल रहा है. ऐसे में अब परियोजना के तहत प्रदेश भर में होने वाले कार्यों पर ड्रोन के जरिए नजर रखी जाएगी. जिससे जाइका वानिकी परियोजना के तहत होने वाले कार्यों में और पारदर्शिता आएगी.
जाइका वानिकी परियोजना के प्रोजेक्ट मैनेजर जीआईएस रजनीश कुमार ने बताया कि जाइका वानिकी परियोजना के तहत किए गए कार्यों को ड्रोन में कैद किया जा रहा है. इससे जंगलों में लगने वाली आग की घटना का भी पता लग सकता है. यही नहीं ड्रोन के जरिए आग लगने से वन संपत्तियों के नुकसान का रियल टाइम और इस घटना से होने वाले नुकसान पर काबू पाने के लिए मौके पर पहुंचने के लिए क्या कुछ इंतजाम होने चाहिए, इसको लेकर भी जानकारी उपलब्ध की जा सकेगी.
रजनीश कुमार का कहना है कि सभी ग्राम वन विकास समितियों के दायरे में हुए कार्यों को भी ड्रोन के जरिए कैद किया जा रहा है. इसके अलावा आने वाले दिनों में जाइका वानिकी परियोजना के मुख्य परियोजना निदेशक नागेश कुमार गुलेरिया के दिशा-निर्देशानुसार राज्य के अन्य ऐसे क्षेत्रों में ड्रोन तकनीक से प्रोजेक्ट के कार्यों की स्टिक प्लानिंग की जाएगी. इस बारे में जल्द ही प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा.
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