मंडी: कोरोना के संकट की घड़ी में जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के गृह जिला मंडी के रिवालसर में बिना मास्क घूम रहे विभाग के कुछ कर्मियों का चालान काटना पुलिस को महंगा पड़ गया. इस पर जल शक्ति विभाग के कर्मचारियों पर आरोप है कि कर्मचारियों ने नाराज होकर जानबूझ कर पुलिस चौकी रिवालसर के पानी की लाइन को ही काट दिया. शिकायत करने के बाद भी पानी बहाल नहीं होने पर रिवालसर पुलिस चौकी के स्टाफ ने मामले की सूचना पुलिस अधिकारियों को दी. आईपीएच और पुलिस अधिकारियों के बीच में पड़ने के एक दिन बाद शुक्रवार को पानी की सप्लाई बहाल की गई.
शिकायत के आधार पर एसपी मंडी ने मामले की जांच शुरू कर दी है. आरोप सही होने पर आरोपी कर्मचारियों पर कार्रवाई की गाज भी गिर सकती है. सरकार ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग को अनिवार्य किया है. मास्क ना पहनने पर कार्रवाई का प्रावधान भी रखा गया है.
क्या कहा आईपीएच के चीफ इंजीनियर ने
आईपीएच के चीफ इंजीनियर एनके सैणी ने कहा कि विभाग के कर्मियों को समझाया गया है. पुलिस विभाग के अधिकारियों ने उन्हें संपर्क किया है और गुरुवार को बारिश व तूफान के कारण पुलिस चौकी रिवालसर को जाने वाली पानी की लाइन बाधित हुई है, जिसे शुक्रवार को दुरुस्त किया गया है. उन्होंने रिवालसर पुलिस चौकी में पानी की आपूर्ति बाधित होने के आरोपों को सिरे से खारिज किया है.
क्या कहा एसपी मंडी ने
एसपी मंडी गुरदेव शर्मा ने कहा कि उन्हें इस संदर्भ में शिकायत मिली है. मामले की जांच की जा रही है और कानून सबके लिए बराबर है. जल शक्ति विभाग के कुछ कर्मचारियों के मास्क ना पहनने पर चालान कटे हैं और पुलिस चौकी का पानी काटने के आरोप में पुलिस जांच कर रही है. आरोप सही पाए जाने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
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