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रोचक रिकॉर्ड रहा कायम, हर बार की तरह सत्ता में ही बैठा मंडी का सांसद

पहली लोक सभा से लेकर सत्रहवीं लोकसभा तक मंडी से जीता सांसद वह कभी विपक्ष में नहीं बैठा. पूरे देश में यह अपनी तरह का रिकार्ड है. इस बार फिर से यह रिकॉर्ड बरकरार रहा है.

हर बार की तरह सत्ता में ही बैठा मंडी का सांसद
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Published : May 26, 2019, 5:46 PM IST

मंडीः ज्यादा वोटों के अंतर का रिकार्ड हिमाचल प्रदेश की सभी चारों सीटों पर बना. जबकि कांग्रेस की लगातार दो बार क्लीन स्वीप हार व भाजपा की जीत का रिकार्ड भी बना. इसके अलावा भी कई अन्य रिकार्ड इस बार नए बने. मगर एक रिकार्ड मंडी लोक सभा क्षेत्र से जीतने वाले सांसद के साथ 1952 से चलता आ रहा है, वह फिर से कायम रहा.

पहली लोक सभा से लेकर सत्रहवीं लोकसभा तक मंडी से जीता सांसद वह कभी विपक्ष में नहीं बैठा. पूरे देश में यह अपनी तरह का रिकार्ड है. इस बार फिर से यह रिकार्ड बरकरार रहा है और यहां से जीत हासिल करने वाले सांसद रामस्वरूप शर्मा केंद्र में सत्तासीन होने जा रही एनडीए सरकार के साथ ही बैठेंगे. यह अपने आप में एक अनूठा व रोचक इतिहास मंडी संसदीय क्षेत्र के सांसद के साथ लगातार चलता आ रहा है.

बीरबल शर्मा, राजनीतिक विश्लेषक

1952 से 1972 तक लगातार कांग्रेस के सांसद चुने गए जो केंद्र में कांग्रेस की सरकार के साथ रहे. 1977 में जनता पार्टी के गंगा सिंह ठाकुर चुने गए तब केंद्र में जनता पार्टी की सरकार बनी. 1984, 1991, 1996 में पंडित सुख राम सांसद बने तो केंद्र कांग्रेस या फिर उसके समर्थन वाली सरकारें बनी.

1989, 1998 और 1999 महेश्वर सिंह सांसद बने तो केंद्र में 1989 भाजपा समर्थित वीपी सिंह सरकार और फिर 1998 व 99 में वाजपेयी सरकार बनी. 2004 के आम चुनाव व 2013 के उपुचनाव में प्रतिभा सिंह जीती तो केंद्र में यूपीए सरकार बनी. 2009 में वीरभद्र सिंह चुने गए तो मनमोहन सरकार बनी. 2014 में रामस्वरूप जीते तो भाजपा सरकार बनी और अब 2019 में फिर से रामस्वरूप जीते तो केंद्र में भाजपा सरकार ही बनेगी.

राजनीतिक विश्लेषक बीरबल शर्मा का कहना है कि अब तक मंडी के सांसद के साथ रिकॉर्ड जुड़ा हुआ है कि वह कभी भी विपक्ष में नहीं बैठा है. 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रामस्वरूप शर्मा की रिकॉर्ड तोड़ जीत हुई है. वहीं केंद्र में भी एनडीए सरकार बनने जा रही है. साफ है कि एक बार फिर मंडी सीट से चुना सांसद सत्ता के साथ चलेगा. इस तरह मंडी सीट से जुड़ा रिकॉर्ड बरकरार है.


मंडी से 1952 से 2019 तक चुने गए सांसद:

  • 1952 : अमृत कौर, गोपी राम कांग्रेस ( मंडी महासू के नाम से दो सदस्यीय सीट थी)
  • 1957: जोगिंदर सेन, कांग्रेस
  • 1962: ललित सेन, कांग्रेस
  • 1967: ललित सेन, कांग्रेस
  • 1972: वीरभद्र सिंह, कांग्रेस
  • 1977: ठाकुर गंगा सिंह, जनता पार्टी
  • 1980: वीरभद्र सिंह, कांग्रेस
  • 1984: पंडित सुख राम, कांग्रेस
  • 1989: महेश्वर सिंह
  • 1991: पंडित सुख राम, कांग्रेस
  • 1996 : पंडित सुख राम, कांग्रेस
  • 1998: महेश्वर सिंह, भाजपा
  • 1999: महेश्वर सिंह, भाजपा
  • 2004: प्रतिभा सिंह, कांग्रेस
  • 2009: वीरभद्र सिंह, कांग्रेस
  • 2013: प्रतिभा सिंह, कांग्रेस (उपचुनाव)
  • 2014: राम स्वरूप शर्मा, भाजपा
  • 2019: राम स्वरूप शर्मा, भाजपा

मंडीः ज्यादा वोटों के अंतर का रिकार्ड हिमाचल प्रदेश की सभी चारों सीटों पर बना. जबकि कांग्रेस की लगातार दो बार क्लीन स्वीप हार व भाजपा की जीत का रिकार्ड भी बना. इसके अलावा भी कई अन्य रिकार्ड इस बार नए बने. मगर एक रिकार्ड मंडी लोक सभा क्षेत्र से जीतने वाले सांसद के साथ 1952 से चलता आ रहा है, वह फिर से कायम रहा.

पहली लोक सभा से लेकर सत्रहवीं लोकसभा तक मंडी से जीता सांसद वह कभी विपक्ष में नहीं बैठा. पूरे देश में यह अपनी तरह का रिकार्ड है. इस बार फिर से यह रिकार्ड बरकरार रहा है और यहां से जीत हासिल करने वाले सांसद रामस्वरूप शर्मा केंद्र में सत्तासीन होने जा रही एनडीए सरकार के साथ ही बैठेंगे. यह अपने आप में एक अनूठा व रोचक इतिहास मंडी संसदीय क्षेत्र के सांसद के साथ लगातार चलता आ रहा है.

बीरबल शर्मा, राजनीतिक विश्लेषक

1952 से 1972 तक लगातार कांग्रेस के सांसद चुने गए जो केंद्र में कांग्रेस की सरकार के साथ रहे. 1977 में जनता पार्टी के गंगा सिंह ठाकुर चुने गए तब केंद्र में जनता पार्टी की सरकार बनी. 1984, 1991, 1996 में पंडित सुख राम सांसद बने तो केंद्र कांग्रेस या फिर उसके समर्थन वाली सरकारें बनी.

1989, 1998 और 1999 महेश्वर सिंह सांसद बने तो केंद्र में 1989 भाजपा समर्थित वीपी सिंह सरकार और फिर 1998 व 99 में वाजपेयी सरकार बनी. 2004 के आम चुनाव व 2013 के उपुचनाव में प्रतिभा सिंह जीती तो केंद्र में यूपीए सरकार बनी. 2009 में वीरभद्र सिंह चुने गए तो मनमोहन सरकार बनी. 2014 में रामस्वरूप जीते तो भाजपा सरकार बनी और अब 2019 में फिर से रामस्वरूप जीते तो केंद्र में भाजपा सरकार ही बनेगी.

राजनीतिक विश्लेषक बीरबल शर्मा का कहना है कि अब तक मंडी के सांसद के साथ रिकॉर्ड जुड़ा हुआ है कि वह कभी भी विपक्ष में नहीं बैठा है. 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रामस्वरूप शर्मा की रिकॉर्ड तोड़ जीत हुई है. वहीं केंद्र में भी एनडीए सरकार बनने जा रही है. साफ है कि एक बार फिर मंडी सीट से चुना सांसद सत्ता के साथ चलेगा. इस तरह मंडी सीट से जुड़ा रिकॉर्ड बरकरार है.


मंडी से 1952 से 2019 तक चुने गए सांसद:

  • 1952 : अमृत कौर, गोपी राम कांग्रेस ( मंडी महासू के नाम से दो सदस्यीय सीट थी)
  • 1957: जोगिंदर सेन, कांग्रेस
  • 1962: ललित सेन, कांग्रेस
  • 1967: ललित सेन, कांग्रेस
  • 1972: वीरभद्र सिंह, कांग्रेस
  • 1977: ठाकुर गंगा सिंह, जनता पार्टी
  • 1980: वीरभद्र सिंह, कांग्रेस
  • 1984: पंडित सुख राम, कांग्रेस
  • 1989: महेश्वर सिंह
  • 1991: पंडित सुख राम, कांग्रेस
  • 1996 : पंडित सुख राम, कांग्रेस
  • 1998: महेश्वर सिंह, भाजपा
  • 1999: महेश्वर सिंह, भाजपा
  • 2004: प्रतिभा सिंह, कांग्रेस
  • 2009: वीरभद्र सिंह, कांग्रेस
  • 2013: प्रतिभा सिंह, कांग्रेस (उपचुनाव)
  • 2014: राम स्वरूप शर्मा, भाजपा
  • 2019: राम स्वरूप शर्मा, भाजपा
Intro:मंडी: 17वीं लोकसभा के आम चुनावों में कई नए रिकार्ड बने।
ज्यादा वोटों के अंतर का रिकार्ड हिमाचल प्रदेश की सभी चारों सीटों पर बना। जबकि कांग्रेस की लगातार दो बार क्लीन स्वीप हार व भाजपा की जीत का रिकार्ड भी बना। इसके अलावा भी कई अन्य रिकार्ड इस बार नए बने। मगर एक रिकार्ड मंडी लोक सभा क्षेत्र से जीतने वाले सांसद के साथ 1952 से चलता आ रहा है, वह फिर से कायम रहा।


Body:पहली लोक सभा से लेकर सत्रहवीं लोकसभा तक मंडी से जीता सांसद वह कभी विपक्ष में नहीं बैठा। पूरे देश में यह अपनी तरह का रिकार्ड है। इस बार फिर से यह रिकार्ड बरकरार रहा है और यहां से जीत हासिल करने वाले सांसद रामस्वरूप शर्मा केंद्र में सत्तासीन होने जा रही एनडीए सरकार के साथ ही बैठेंगे। यह अपने आप में एक अनूठा व रोचक इतिहास मंडी संसदीय
क्षेत्र के सांसद के साथ लगातार चलता आ रहा है। 1952 से 1972 तक लगातार कांग्रेस के सांसद चुने गए जो केंद्र में कांग्रेस की सरकार के साथ रहे। 1977 में जनता पार्टी के गंगा सिंह ठाकुर चुने गए तब केंद्र में जनता पार्टी की सरकार बनी। 1984, 1991, 1996 में पंडित सुख राम सांसद बने तो केंद्र कांग्रेस या फिर उसके समर्थन वाली सरकारें बनी। 1989,  1998 व
1999 महेश्वर सिंह सांसद बने तो केंद्र में 1989 भाजपा समर्थित वीपी सिंह सरकार और फिर 1998 व 99 में वाजपेयी सरकार बनी। 2004 के आम चुनाव व 2013 के उपुचनाव में प्रतिभा सिंह जीती तो केंद्र में यूपीए सरकार बनी। 2009 में वीरभद्र सिंह चुने गए तो मनमोहन सरकार बनी। 2014 में रामस्वरूप जीते तो भाजपा सरकार बनी और अब 2019 में फिर से रामस्वरूप जीते तो केंद्र में भाजपा सरकार ही बनेगी। इधर, राजनीतिक विश्लेषक बीरबल शर्मा का कहना है कि अब तक मंडी के सांसद के साथ रिकॉर्ड जुड़ा हुआ है कि वह कभी भी विपक्ष में नहीं बैठा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रामस्वरूप शर्मा की रिकॉर्ड तोड़ जीत हुई है। वहीं केंद्र में भी एनडीए सरकार बनने जा रही है। साफ है कि एक बार फिर मंडी सीट से चुना सांसद सत्ता के साथ चलेगा। इस तरह मंडी सीट से जुड़ा रिकॉर्ड बरकरार है।


Conclusion:मंडी से 1952 से 2019 तक चुने गए सांसद:
1952 : रानी अमृत कौर , गोपी राम कांग्रेस
 ( मंडी महासू के नाम से दो सदस्यीय सीट थी)
 1957: राजा जोगिंदर सेन कांग्रेस
1962: राजा ललित सेन कांग्रेस
1967: राजा ललित सेन कांग्रेस
1972: राजा वीरभद्र सिंह कांग्रेस
1977: ठाकुर गंगा सिंह जनता पार्टी
1980: राजा वीरभद्र सिंह कांग्रेस
1984: पंडित सुख राम कांग्रेस
1989: राजा महेश्वर सिंह
1991: पंडित सुख राम कांग्रेस
1996 : पंडित सुख राम कांग्रेस
1998: राजा महेश्वर सिंह भाजपा
1999: राजा महेश्वर सिंह भाजपा
2004: रानी प्रतिभा सिंह कांग्रेस
2009: राजा वीरभद्र सिंह कांग्रेस
2013: (उपचुनाव) रानी प्रतिभा सिंह कांग्रेस
2014:राम स्वरूप शर्मा भाजपा
2019: राम स्वरूप शर्मा भाजपा


बाइट : बीरबल शर्मा, राजनीतिक विश्लेषक।
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