मंडी: राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत आईआईटी मंडी में एक नया कोर्स शुरू हो जा रही है. इस कोर्स का नाम इंटीग्रेटेड मैनेजमेंट प्रोग्राम कोर्स होगा. दरअसल, आईआईटी मंडी के डायरेक्टर प्रो. लक्ष्मीधर बेहरा ने मंगलवार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) की तीसरी वर्षगांठ पर जानकारी देते हुए बताया कि इंटीग्रेटेड मैनेजमेंट प्रोग्राम कोर्स पांच वर्ष का होगा, लेकिन अगर कोई तीन वर्ष पढ़ाई करने के बाद इसे छोड़ना चाहेगा तो उसे बीबीए की डिग्री प्रदान की जाएगी. चार वर्ष वाले को बीबीए हॉनर्स और पांच वर्ष तक पढ़ाई पूरी करने वाले को इंटीग्रेटेड मास्ट इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की डिग्री प्रदान की जाएगी.
अगले साल से शुरू होगा इंटीग्रेटेड मैनेजमेंट प्रोग्राम कोर्स: प्रो. लक्ष्मीधर बेहरा ने बताया कि यह एक नया कोर्स है जिसे आईआईटी मंडी इसी साल से इसी साल से शुरू करने वाली थी लेकिन किन्हीं कारणों से यह शुरू नहीं हो सका. अब इसे अगले वर्ष से शुरू किया जाएगा. आईआईटी मंडी देश की इकलौती आईआईटी होगी जहां पर यह कोर्स करवाया जाएगा. उन्होंने बताया की एनईपी के तहत प्रेक्टिकल वर्क पर ज्यादा फोकस देने का प्रावधान किया गया है और आईआईटी मंडी इस पर पूरी तरह से ध्यान दे रहा है.
रिसर्च बढ़ाने के लिए वेलनेस सेंटर होगा स्थापित: प्रो. बेहरा ने कहा कि आईआईटी में एक परीक्षा के माध्यम से ही प्रवेश प्राप्त किया जा सकता है लेकिन जो अनुसंधान यहां पर हो रहे हैं उनमें विभिन्न प्रकार के लोगों को शामिल करने का प्रावधान रखा गया है. इसके लिए संस्थान में इंडियन नॉलेज सिस्टम एंड मेंटल हेल्थ एप्लीकेशन को डेवेल्प किया गया है. विभिन्न प्रकार के क्षेत्रों में काम करने वालों के साथ इसके माध्यम से अनुसंधान किए जा रहे हैं. अभी भी आईआईटी मंडी जल्द ही आयुष मंत्रालय के साथ मिलकर एक वेलनेस सेंटर को स्थापित करने जा रहा है ताकि इस क्षेत्र में भी और ज्यादा रिसर्च की जा सकें.
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