मंडी: प्रदेश सरकार हिमाचल को जहां फल राज्य के रूप में विकसित करने की दिशा में तेजी से कार्य करेगी वहीं, प्रदेश के ऊंचे क्षेत्रों के साथ-साथ मध्यम एवं कम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी फलदार पौधों को बढ़ावा दिया जाएगा. यह बात सोमवार को धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत दबरोट में बागवानी विभाग की एचपी शिवा परियोजना के तहत विकसित अमरूद के क्लस्टर का निरीक्षण करने के बाद बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कही.
राजस्व, बागवानी और जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा है कि प्रदेश सरकार बागवानी विकास परियोजना (एचडीपी) और एचपी शिवा परियोजना के माध्यम से हिमाचल के सभी जिलों में स्थानीय भौगोलिक परिस्थितियों एवं अनुकूल जलवायु के अनुसार बड़े पैमाने पर फलदार पौधों का रोपण सुनिश्चित करवाएगी. जिससे प्रदेश के किसानों की आय में अच्छी वृद्धि होगी. उन्होंने कहा कि दबरोट में एचपी शिवा परियोजना के तहत किए गए अमरूद के पौधारोपण के परिणाम सामने आए हैं. यहां 73 किसानों की लगभग 8.50 हेक्टेयर भूमि पर 9981 पौधे अमरूद के लगाए गए हैं और मात्र 3 वर्षों में ही इनमें काफी अच्छी मात्रा में फल लगने शुरू हो गए हैं.
फेंसिग में करंट न होने व किटों की समस्या से बागवान परेशान: इस दौरान पर बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने बागवानों से सीधा संवाद भी किया और एचपी शिवा परियोजना के संबंध में फीडबैक लिया. कुछ बागबानों ने पौधों को पानी व फेंसिग में करंट न होने, किटों की समस्या भी मंत्री के समक्ष रखी. बागवानी मंत्री ने इस पर चिंता जताई और जलशक्ति व बागवानी विभाग के अधिकारियों को त्वरित समाधान करने के निर्देश दिये. उन्होंने छुईघाट व बिंगा में भी कलस्टरों का भी जायजा लिया. मंत्री ने ईंडो इजरायल उत्कृष्टता केन्द्र व खुम्ब विकास केन्द्र सिद्धपुर का भी निरीक्षण किया. इस मौके पर विधायक चंद्र शेखर, संयुक्त निदेशक बागवानी डॉ. राम लाल, उपनिदेशक बागवानी मंडी डाॅ. संजय गुप्ता, उपनिदेशक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस सिद्धपुर डाॅ. राजेश चौधरी, एसएमएस बागबानी रामेश ठुकराल,अधिशाषी अभियन्ता जलशक्ति राकेश पराशर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व अन्य भी मौजूद रहे.
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