करसोग: कई साल बाद हुई अच्छी बर्फबारी ने भले ही लोगों की आम दिनचर्या प्रभावित की हो, लेकिन किसानों और बागवानों के लिए खेतों में बिछी चांदी की चादर किसी वरदान से कम नहीं है. साल की शुरुआत में बर्फबारी को बागवानी के लिए सबसे अच्छा बताया जा रहा है. जिन बागवानों ने बगीचे में नई प्लांटेशन की है उसके लिए भी बर्फबारी अमृत से कम नहीं है. ऐसे समय पर हुई अच्छी बर्फबारी से बागवान गदगद हैं.
करसोग में इन दिनों गेहूं, मटर, आलू, लहसुन, प्याज, सरसों व चना आदि फसले खेतों में लगी है. किसानों को अब फसलें अच्छा होने की उम्मीद है. किसान नकुल शर्मा ने बताया कई सालों के बाद इस बार अच्छी बर्फबारी हुई है. फसलों की पैदावार अच्छी होने की उम्मीद है.
किसानों की मानें तो जनवरी महीने में होने वाली बर्फबारी बागवानी के लिए सबसे अच्छी होती है. पहले और दूसरे सप्ताह में गिरने वाली बर्फ जल्दी नहीं पिघलती. ऐसे में काफी दिनों तक पौधों पर बर्फ जमा होने से जमीन ठंडी रहने के साथ नमी भी रहती है. बर्फ पौधों को कई तरह की बीमारियों से बचाती है. यही नहीं बगीचे में अधिक समय तक ठंड रहने से सेब के लिए जरूरी चिलिंग आवर्स भी पूरी होने की संभावना बढ़ जाती है.
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