मंडी: जिले के करसोग में तीसरे चरण में रविवार को 14 पंचायतों में ग्राम सभा की बैठकें आयोजित की गई. सभी पंचायतों में अधिकारी सुबह से ही लोगों का बैठक में पहुंचने का इंतजार करते रहे, लेकिन 2 बजे तक भी आवश्यक वन फोर्थ का आंकड़ा पूरा नहीं हुआ जिस कारण ग्राम पंचायतों में बैठक को स्थगित करना पड़ा. अगली बैठक अब 15 दिन बाद रखी गई है.
सरकार के लाख प्रयासों के बाद भी करसोग की पंचायतों में अधूरे कोरम परेशानी दूर होने का नाम नहीं ले रही है. तीसरे चरण में रविवार को 14 पंचायतों में ग्राम सभा की बैठकें आयोजित की गई, जिसमें 12 पंचायतों में कोरम पूरा नहीं हुआ, जिस कारण इन पंचायतों में न तो बीपीएल सूची से अपात्र लोगों के नाम कटे जा सके और न ही इस कारण पात्र लोगों को सूची में शामिल किया गया.
इन सभी पंचायतों में अधिकारी सुबह से ही लोगों का बैठक में पहुंचने का इंतजार करते रहे, लेकिन 2 बजे तक भी आवश्यक वन फोर्थ का आंकड़ा पूरा नहीं हुआ. इस कारण ग्राम पंचायतों में बैठक को स्थगित करना पड़ा. अगली बैठक अब 15 दिन बाद रखी गई है.
लोगों ने बीपीएल के लिए किए थे आवेदन
करसोग की 54 पंचायतों में बीपीएल सूची की समीक्षा के लिए चार चरणों में ग्राम सभा बैठकों की तारीख निर्धारित की गई थी. इसमें तीसरे चरण में सानना, मनोला-नराश, मैहरन, मशोग, मतेहल, खादरा, नांज पांगणा, सराहन, सरत्यौला व तत्तापानी पंचायतों में कोरम अधूरा रहा. इन पंचायतों में गरीब परिवारों ने बीपीएल सूची में नाम शामिल करने के लिए आवेदन किए थे, लेकिन कोरम पूरा न होने के कारण ऐसे लोगों के आवेदनों पर विचार ही नहीं हो सका. अब इन लोगों को अगली बैठक में कोरम पूरा होने तक इंतजार करना होगा.
स्थगित ग्राम सभा में भी कोरम पूरा नहीं
करसोग की बगशाड़ पंचायत में पिछली स्थगित बैठक फिर से रविवार को रखी गई थी. जिसमें कोरम पूरा होने के लिए वन फिफ्थ सदस्यों की जरूरत थी, लेकिन बैठक में 662 परिवारों में से केवल 30 सदस्य ही पहुंचे. कोरम पूरा होने के लिए इस बार 133 सदस्य चाहिए थे. ऐसे में यहां दूसरी बैठक को भी स्थगित करना पड़ा.
बुद्धिजीवी लोगों के मुताबिक विडंबना ये है कि गांव में विकासकार्यों का कोरम पूरा होने के कारण ही संभव है. इसके बाद अपने गांव की तरक्की के लिए बैठकों में नहीं पहुंच रहे हैं, जोकि एक चिंता का विषय है.
इस पर करसोग के बीडीओ राजेंद्र सिंह तेजटा का कहना है कि जिन पंचायतों में कोरम पूरा न होने से बैठक स्थगित हुई है, वहां 15 दिन बाद फिर बैठक होगी. दो पंचायतों में कोरम पूरा होने की रिपोर्ट मिली है.
ये भी पढे़ं - स्कैब के बाद अब सेब की फसल पर माइट की मार, बागवानों के चेहरे पर खिंची चिंता की लकीरें