मंडीः करसोग में बीपीएल सूची में फिर से फर्जीवाड़े का एक और बड़ा मामला सामने आया है. करसोग की पांच पंचायतों से बीपीएल सूची में फर्जी तरीके से लोगों को शामिल किए जाने की शिकायतें मिली हैं जिस पर एसडीएम करसोग ने पांच पंचायतों को 15 दिन का नोटिस जारी कर दिया है.
इन पंचायतों में बीपीएल सूची में हुए फर्जीवाड़े की सच्चाई को सामने लाने के सभी लोगों को एसडीएम कोर्ट में दस्तावेज जमा करने के आदेश जारी किए गए हैं. अगर ये लोग 15 दिनों में जरूरी दस्तावेज जमा नहीं करवाते हैं तो ऐसे सभी लोगों को एसडीएम कोर्ट से रेगुलर इंक्वायरी के तहत समन जारी किए जाएंगे. जिसके बाद इन सभी के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
इन पंचायतों से फर्जीवाड़े की शिकायतें
विकासखंड करसोग की 5 पंचायतों से एसडीएम को बीपीएल सूची में अपात्र लोगों को शामिल करने की शिकायत प्राप्त हुई हैं. जिसमें मैंडी, भंथल, कलाशन, शोरशन और सरतयोला पंचायत के लोगों ने बीपीएल सूची को लेकर सवाल उठाए हैं. इन सभी पंचायतों में लोगों ने आरोप लगाया है कि बीपीएल सूची में कई ऐसे परिवारों को शामिल किया गया है जो पात्र नहीं हैं. जिनके पास अपनी गाड़ियां हैं. इसके अतिरिक्त ऐसे लोगों के पास रहने के लिए पक्के मकान भी हैं. यही नहीं इन परिवारों की मासिक आय 2500 से भी अधिक है. शिकायतकर्ता ने बीपीएल सूची में शामिल हुए अपात्र लोगों की इन्क्वारी किए जाने की मांग की है. ताकि बीपीएल सूची से ऐसे अभी लोगों हटाया जा सके.
बीपीएल सूची की समीक्षा के लिए हुई बैठकें:
करसोग की सभी 54 पंचायतों में बीपीएल सूची समीक्षा के लिए जुलाई महीने में विशेष ग्राम सभा बैठकें भी आयोजित की गई थी. जिसमें 54 में से 47 पंचायतों में कोरम ही पूरा नहीं हुआ था. इस दौरान सिर्फ 7 पंचायतों में कोरम पूर्ण हुआ. जिसमें ग्राम सभा की सहमति से चौरीधार, ग्वालपुर, थली व बगैला 4 पंचायतों में 39 अपात्र परिवारों के नाम बीपीएल सूची से हटाए गए. इसके बाद दूसरे चरण में भी कुछेक पंचायतों में कोरम पूरा होने पर कुछ और लोगों को भी बीपीएल सूची से हटाया गया था. जिन पंचायतों में कोरम पूरा नहीं हुआ था, ऐसी पंचायतों से बीपीएल सूची में गड़बड़ी की आशंका होने की एसडीएम आफिस को सबसे अधिक शिकायतें प्राप्त हो रही हैं.
पांगणा पंचायत में 22 परिवार हो चुके है बाहर:
पांगणा पंचायत में शिकायत के आधार पर 22 अपात्र परिवार बीपीएल सूची से बाहर हो चुके हैं. यहां एक व्यक्ति ने बीपीएल सूची में फर्जीवाड़ा होने की शिकायत की थी. जिस पर एसडीएम करसोग ने पूरी पंचायत की इन्क्वारी करवाई थी. इस दौरान 22 परिवार ऐसे पाए गए, जिनके अपने पक्के मकान थे और मासिक आय भी बीपीएल के निर्धारित मापदंडों से अधिक पाई गई. ऐसे सभी परिवारों को एसडीएम के आदेशों पर बीपीएल सूची से बाहर किया गया था.
नोटिस जारी किए गए हैं: एसडीएम
एसडीएम करसोग सुरेंद्र कुमार ठाकुर का कहना है कि विकासखंड करसोग की पांच पंचायतों से बीपीएल सूची में अपात्र लोगों को शामिल किए जाने की शिकायतें प्राप्त हुई है. इन सभी पंचायतों को 15 दिनों में दस्तावेज एसडीएम कोर्ट में जमा करने का नोटिस जारी किया गया है. उन्होंने कहा कि अगर निर्धारित अवधि में दस्तावेज जमा नहीं हुए तो रेगुलर इंक्वायरी के तहत सभी पंचायतों को समन जारी किए जाएंगे.