मंडीः फोरलेन प्रभावित किसान संघ कुल्लू और मंडी मांगों को लेकर मुखर हो गई है. किसान संघ ने मंडी के टकोली में बैठक आयोजित कर प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बैठक में रणनीति बनाने के बाद औट बाजार में फोरलेन प्रभावित किसान संघ ने रोष रैली निकाली और औट तहसीलदार के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजा.
फोरलेन प्रभावित किसान संघ के अध्यक्ष प्रेम सिंह ठाकुर ने बताया कि पिछले सालों से फोरलेन प्रभावित किसान, दुकानदार और अन्य की सुनवाई नहीं हो रही है. जिस पर अब फोरलेन प्रभावित किसान संघ का गठन किया गया है.
उन्होंने कहा कि सरकार ने फोरलेन प्रभावितों को चार गुना मुआवजा देने की बात कही थी, लेकिन जयराम सरकार के दो साल पूरे होने के बावजूद अभी तक घोषणा धरातल स्तर पर लागू नहीं हो पाई है. इसी के साथ 2013 का भूमि अधिग्रहण कानून भी हिमाचल में सरकार लागू नहीं कर पाई हैं. जिससे प्रभावितों में भारी रोष है.
संघ अध्यक्ष ने कहा कि फोरलेन निर्माण के दौरान एनएच पर भारी धूल उड़ रही है. बार बार मामला उठाने के बावजूद एनएचएआई इस मामले में कुछ नहीं कर रही है. उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर मांगों की अनदेखी की गई तो किसान, बागवान व दुकानदार मिलकर चक्का जाम करेंगे. जिसकी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की होगी.
वहीं, फोरलेन प्रभावित किसान खुद को ठगा हुआ महसुस कर रहे हैं. प्रभावितों का कहना है कि हिमाचल के ही अन्य जगहों में मंडी व कुल्लू जिला के मुकाबले अधिक मुआवजा दिया जा रहा है.
फोरलेन प्रभावितों ने अपनी मांगों को मनवाने के लिए सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करने के लिए एकमत हामी भरी. ऐसे में अब प्रदेश सरकार व फोरलेन प्रभावित आमने सामने हैं और मांगों की अनेदखी पर टकराव की स्थिति पैदा हो सकती है.
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