मंडी: उपमंडल करसोग के गडारी और आसपास के जंगलों में लगी आग बेकाबू हो गई है. हालांकि ईटीवी में खबर प्रकाशित होने के बाद आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची है. जंगल में लगी आग को बुझाने के लिए स्थानीय लोगों सहित महिला मंडल फलिंडी का भी सहयोग लिया गया. लेकिन कईं हेक्टेयर में फैली आग पर काबू नहीं पाया गया है.
14 हेक्टेयर से अधिक के जंगल में फैली आग
अब तक गडारी सहित शाउंगी व डमोग में 14 हेक्टेयर से अधिक के जंगल को आग की तेज लपटों ने अपनी चपेट में ले लिया है. वन विभाग की टीम के साथ जंगलों के समीप रहने वाले ग्रामीणों ने घरों को बचाने के लिए आग को बुझाने का प्रयास कर रहे हैं. ताकि निजी संपति को कोई नुकसान न हो.
48 घंटे पहले आग की लपटें उठनी हुई शुरू
गडारी में पिछले करीब 48 घंटे पहले आग की लपटें उठनी शुरू हुई. जिस पर समय से काबू न पाए जाने से आग ने आसपास के जंगलों को भी चपेट में ले लिया है. लोगों का कहना है कि अगर वन विभाग की टीम ने समय पर आग बुझाने के प्रयास किए होते तो जंगलों को इतना अधिक नुकसान न होता. आग की वजह से उठ रहा धुंआ पूरे क्षेत्रों में फैला गया है. जिससे लोगों को सांस लेने में भी दिक्कतें आ रही है. यही नहीं कईं हेक्टेयर में फैली आग की वजह से वन्य प्राणीभी मौत का ग्रास बन गए हैं.
पेड़-पौधे भी जलकर राख
इसके अतिरिक्त बहुमूल्य वनस्पति सहित जंगल में उगे छोटे पेड़-पौधे भी जलकर राख हो गए हैं. ऐसे में आगजनी की वजह से लाखों का नुकसान हुआ है. इससे पूर्व 18 फरवरी को भी धरमोड़ रंगास सहित कोट का 20 हेक्टेयर जंगल भी आग की भेंट चढ़ चुका है. इसके अलावा क्षेत्र में रोजाना कोई न कोई जंगल आग की भेंट चढ़ रहा है, लेकिन हैरानी की बात है कि आग रोकने के लिए वन विभाग कोई ठोस उपाय नहीं ढूंढ पाया है.
रेंज ऑफिसर गोपाल चौहान ने दी जानकारी
रेंज ऑफिसर गोपाल चौहान का कहना है कि आग बुझाने के लिए वन विभाग की टीम मौके पर गई है. लेकिन तेज चल रही हवा की वजह से आग बहुत फैल गई है. जिस कारण इस पर अभी तक काबू नहीं पाया गया है.
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