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करसोग में बारिश से किसानों के खिले चेहरे, मक्की की बिजाई शुरू - Pre monsoon session

उपमंडल करसोग में बारिश होने से किसानों के चेहरे खिल गए हैं. किसानों ने मक्की की बिजाई शुरू कर दी है. इसके साथ ही शिमला मिर्च, बैगन व टमाटर के पौधे की रोपाई का काम भी जोरों पर चल रहा है. मई महीने में कई सालों बाद अच्छी बारिश होने से किसान खुश नजर आ रहे हैं.

rain in Karsog
बारिश से खिले किसानों के चेहरे.
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Published : Jun 1, 2020, 10:21 AM IST

Updated : Jun 1, 2020, 10:28 AM IST

करसोग/मंडी: करसोग में बारिश होने से किसानों के चेहरे खिल गए हैं. उपमंडल के अधिकतर क्षेत्रों में किसानों ने मक्की की बिजाई शुरू कर दी है. इसके साथ ही शिमला मिर्च, बैगन व टमाटर के पौधे की रोपाई का काम भी जोरों पर चल रहा है. मई महीने में कई सालों बाद अच्छी बारिश होने से किसान खुश नजर आ रहे हैं. खरीफ सीजन में समय पर हुई बारिश से इस बार कृषि के तहत आने वाले क्षेत्र भी बढ़ने की संभावना है.

पिछले कुछ सालों से खरीफ सीजन में अच्छी बारिश नहीं हो रही थी, जिस कारण समय पर बिजाई नहीं हो पा रही थी. खरीफ सीजन में किसान मुश्किल से 60 से 70 फीसदी कृषि योग्य भूमि पर बिजाई कर पाते थे. इस बार 85 से 90 फीसदी क्षेत्र में बुआई होने की संभावना जताई जा रही है.

प्री मानसून सेशन की बात करें तो मंडी जिला में 1 मार्च से 31 मई तक 295.3 मिलीमीटर बारिश हुई है, जो सामान्य से 63 फीसदी अधिक है. इस अवधि के दौरान जिला में सामान्य बारिश का आंकड़ा 181.4 मिलीमीटर बारिश का है. ऐसे में प्री मानसून सेशन में इतनी अच्छी बारिश से खरीफ सीजन में बिजाई का क्षेत्र बढ़ने के साथ पिछले सालों की तुलना में उत्पादन भी अच्छा रहने की उम्मीद जताई जा रही है.

वीडियो

वहीं, मौसम विभाग ने प्रदेश में 6 जून तक मौसम का मिजाज बिगड़ने की संभावना जताई है. इस दौरान कुछ स्थानों पर बारिश होने की संभावना जताई गई है. किसान जगतराम का कहना है कि इस बार बहुत ही अच्छी बारिश हुई है. जमीन में नमी के बाद किसानों ने मक्की की बिजाई का काम शुरू कर दिया है.

बता दें कि हिमाचल प्रदेश में इस बार प्री-मानसून सीजन में बारिश ने कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए है. पिछले 24 घण्टों के दौरान शिमला, सुंदर नगर, बंगाणा, बीबीएमबी में कई सालों के बाद सबसे ज्यादा बारिश हुई है.

करसोग/मंडी: करसोग में बारिश होने से किसानों के चेहरे खिल गए हैं. उपमंडल के अधिकतर क्षेत्रों में किसानों ने मक्की की बिजाई शुरू कर दी है. इसके साथ ही शिमला मिर्च, बैगन व टमाटर के पौधे की रोपाई का काम भी जोरों पर चल रहा है. मई महीने में कई सालों बाद अच्छी बारिश होने से किसान खुश नजर आ रहे हैं. खरीफ सीजन में समय पर हुई बारिश से इस बार कृषि के तहत आने वाले क्षेत्र भी बढ़ने की संभावना है.

पिछले कुछ सालों से खरीफ सीजन में अच्छी बारिश नहीं हो रही थी, जिस कारण समय पर बिजाई नहीं हो पा रही थी. खरीफ सीजन में किसान मुश्किल से 60 से 70 फीसदी कृषि योग्य भूमि पर बिजाई कर पाते थे. इस बार 85 से 90 फीसदी क्षेत्र में बुआई होने की संभावना जताई जा रही है.

प्री मानसून सेशन की बात करें तो मंडी जिला में 1 मार्च से 31 मई तक 295.3 मिलीमीटर बारिश हुई है, जो सामान्य से 63 फीसदी अधिक है. इस अवधि के दौरान जिला में सामान्य बारिश का आंकड़ा 181.4 मिलीमीटर बारिश का है. ऐसे में प्री मानसून सेशन में इतनी अच्छी बारिश से खरीफ सीजन में बिजाई का क्षेत्र बढ़ने के साथ पिछले सालों की तुलना में उत्पादन भी अच्छा रहने की उम्मीद जताई जा रही है.

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वहीं, मौसम विभाग ने प्रदेश में 6 जून तक मौसम का मिजाज बिगड़ने की संभावना जताई है. इस दौरान कुछ स्थानों पर बारिश होने की संभावना जताई गई है. किसान जगतराम का कहना है कि इस बार बहुत ही अच्छी बारिश हुई है. जमीन में नमी के बाद किसानों ने मक्की की बिजाई का काम शुरू कर दिया है.

बता दें कि हिमाचल प्रदेश में इस बार प्री-मानसून सीजन में बारिश ने कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए है. पिछले 24 घण्टों के दौरान शिमला, सुंदर नगर, बंगाणा, बीबीएमबी में कई सालों के बाद सबसे ज्यादा बारिश हुई है.

Last Updated : Jun 1, 2020, 10:28 AM IST
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