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मंडी में गोल्डन चांस का पेपर देने आए परीक्षार्थियों के उड़े होश, जानें ऐसा क्या हुआ

हिमाचल प्रदेश सरकार ने 1990 से 2012 के बीच में ग्रेजुएशन कर चुके ऐसे लोगों को अंग्रेजी विषय में इम्प्रूवमेंट लाने के लिए परीक्षा का गोल्डन चांस दिया था. परीक्षा देने आए जितेंद्र कुमार, संतोष कुमारी और मनोहर लाल ने बताया परीक्षा को लेकर जो नोटिफिकेशन जारी की गई थी उसमें 2012-13 के सिलेबस पर परीक्षा आयोजित करने की बात कही गई थी, लेकिन जो परीक्षा आयोजित की गई वह रूसा के तहत आयोजित की गई और सिलेबस भी 2014-15 का डाला गया.

परीक्षार्थी
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Published : Oct 14, 2019, 9:37 PM IST

मंडी: हिमाचल सरकार द्वारा दिए गए गोल्डन चांस पर इम्प्रूवमेंट की परीक्षा देने आए परीक्षार्थियों के उस वक्त होश फाख्ता हो गए जब उन्हें आउट ऑफ सिलेबस का प्रश्न पत्र थमा दिया गया. मंडी कालेज में परीक्षा देने आए 150 के करीब परीक्षार्थियों ने परीक्षा का बहिष्कार कर दिया और हिप्र. विश्वविद्यालय को ज्ञापन भेजकर इस परीक्षा को दोबारा आयोजित करने की मांग उठाई है.

जानकारी के अनुसार हिमाचल प्रदेश सरकार ने 1990 से 2012 के बीच में ग्रेजुएशन कर चुके ऐसे लोगों को अंग्रेजी विषय में इम्प्रूवमेंट लाने के लिए परीक्षा का गोल्डन चांस दिया था. परीक्षा देने आए जितेंद्र कुमार, संतोष कुमारी और मनोहर लाल आदि ने बताया परीक्षा को लेकर जो नोटिफिकेशन जारी की गई थी उसमें 2012-13 के सिलेबस पर परीक्षा आयोजित करने की बात कही गई थी, लेकिन जो परीक्षा आयोजित की गई वह रूसा के तहत आयोजित की गई और सिलेबस भी 2014-15 का डाला गया.

वीडियो.

परीक्षार्थियों का कहना है कि जो उन्होंने पढ़ा ही नहीं उसकी परीक्षा कैसे दे सकते हैं. इन्होंने मौके पर मौजूद परीक्षा अधीक्षक को सारी बात से अवगत करवाया. परीक्षा अधीक्षक ने हिप्र विश्वविद्यालय में बात की जिसके बाद परीक्षा को स्थगित करने का निर्णय लिया गया है, वहीं सभी परीक्षार्थियों ने मंडी कॉलेज के प्रधानाचार्य के माध्यम से हिप्र विश्वविद्यालय के कुलपति और सीएम जयराम ठाकुर को ज्ञापन भेजकर परीक्षा को दोबारा से आयोजित करवाने की मांग उठाई है.

बता दें कि गोल्डन चांस को लेकर हिमाचल प्रदेश में तीन परीक्षा केंद्र बनाए गए थे जिनमें शिमला, धर्मशाला और मंडी शामिल थे. बताया जा रहा है कि परिक्षार्थी हर जगह परेशान हुए हैं, लेकिन परीक्षा का बहिष्कार सिर्फ मंडी में ही हुआ है. यह वह लोग हैं जो या तो सरकारी नौकरी कर रहे हैं या फिर इन्होंने बीएड कर रखी है. सरकार ने इन सभी को ग्रेजुएशन की परसेंटेज बढ़ाने के लिए अंग्रेजी विषय की इम्प्रूवमेंट का गोल्डन चांस दिया है.

ये भी पढ़ें- VIDEO: उपचुनाव ते पहले ETV भारत ने जाणी लोकां री राय

मंडी: हिमाचल सरकार द्वारा दिए गए गोल्डन चांस पर इम्प्रूवमेंट की परीक्षा देने आए परीक्षार्थियों के उस वक्त होश फाख्ता हो गए जब उन्हें आउट ऑफ सिलेबस का प्रश्न पत्र थमा दिया गया. मंडी कालेज में परीक्षा देने आए 150 के करीब परीक्षार्थियों ने परीक्षा का बहिष्कार कर दिया और हिप्र. विश्वविद्यालय को ज्ञापन भेजकर इस परीक्षा को दोबारा आयोजित करने की मांग उठाई है.

जानकारी के अनुसार हिमाचल प्रदेश सरकार ने 1990 से 2012 के बीच में ग्रेजुएशन कर चुके ऐसे लोगों को अंग्रेजी विषय में इम्प्रूवमेंट लाने के लिए परीक्षा का गोल्डन चांस दिया था. परीक्षा देने आए जितेंद्र कुमार, संतोष कुमारी और मनोहर लाल आदि ने बताया परीक्षा को लेकर जो नोटिफिकेशन जारी की गई थी उसमें 2012-13 के सिलेबस पर परीक्षा आयोजित करने की बात कही गई थी, लेकिन जो परीक्षा आयोजित की गई वह रूसा के तहत आयोजित की गई और सिलेबस भी 2014-15 का डाला गया.

वीडियो.

परीक्षार्थियों का कहना है कि जो उन्होंने पढ़ा ही नहीं उसकी परीक्षा कैसे दे सकते हैं. इन्होंने मौके पर मौजूद परीक्षा अधीक्षक को सारी बात से अवगत करवाया. परीक्षा अधीक्षक ने हिप्र विश्वविद्यालय में बात की जिसके बाद परीक्षा को स्थगित करने का निर्णय लिया गया है, वहीं सभी परीक्षार्थियों ने मंडी कॉलेज के प्रधानाचार्य के माध्यम से हिप्र विश्वविद्यालय के कुलपति और सीएम जयराम ठाकुर को ज्ञापन भेजकर परीक्षा को दोबारा से आयोजित करवाने की मांग उठाई है.

बता दें कि गोल्डन चांस को लेकर हिमाचल प्रदेश में तीन परीक्षा केंद्र बनाए गए थे जिनमें शिमला, धर्मशाला और मंडी शामिल थे. बताया जा रहा है कि परिक्षार्थी हर जगह परेशान हुए हैं, लेकिन परीक्षा का बहिष्कार सिर्फ मंडी में ही हुआ है. यह वह लोग हैं जो या तो सरकारी नौकरी कर रहे हैं या फिर इन्होंने बीएड कर रखी है. सरकार ने इन सभी को ग्रेजुएशन की परसेंटेज बढ़ाने के लिए अंग्रेजी विषय की इम्प्रूवमेंट का गोल्डन चांस दिया है.

ये भी पढ़ें- VIDEO: उपचुनाव ते पहले ETV भारत ने जाणी लोकां री राय

Intro:मंडी। हिमाचल सरकार द्वारा दिए गए गोल्डन चांस पर इम्प्रूवमेंट की परीक्षा देने आए परिक्षार्थियों के उस वक्त होश फाख्ता हो गए जब उन्हें आउट आॅफ सिलेबस का प्रश्न पत्र थमा दिया गया। मंडी कालेज में परीक्षा देने आए 150 के करीब परिक्षार्थियों ने परीक्षा का बहिष्कार कर दिया और हिप्र विश्वविद्यालय को ज्ञापन भेजकर इस परीक्षा को दोबारा आयोजित करने की मांग उठाई है। Body:मिली जानकारी के अनुसार हिमाचल प्रदेश सरकार ने 1990 से 2012 के बीच में ग्रेजुएशन कर चुके ऐसे लोगों को अंग्रेजी विषय में इम्प्रूवमेंट लाने के लिए परीक्षा का गोल्डन चांस दिया था। परीक्षा देने आए जितेंद्र कुमार, संतोष कुमारी और मनोहर लाल आदि ने बताया परीक्षा को लेकर जो नोटिफिकेशन जारी की गई थी उसमें 2012-13 के सिलेबस पर परीक्षा आयोजित करने की बात कही गई थी। लेकिन जो परीक्षा आयोजित की गई वह रूसा के तहत आयोजित की गई और सिलेबस भी 2014-15 का डाला गया। परिक्षार्थियों का कहना है कि जो उन्होंने पढ़ा ही नहीं उसकी परीक्षा कैसे दे सकते हैं। इन्होंने मौके पर मौजूद परीक्षा अधीक्षक को सारी बात से अवगत करवाया। परीक्षा अधीक्षक ने हिप्र विश्वविद्यालय में बात की जिसके बाद परीक्षा को स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। वहीं सभी परिक्षार्थियों ने मंडी काॅलेज के प्रधानाचार्य के माध्यम से हिप्र विश्वविद्यालय के कुलपति और सीएम जयराम ठाकुर को ज्ञापन भेजकर परीक्षा को दोबारा से आयोजित करवाने की मांग उठाई है।

बाइट फाइल 2 - जितेंद्र कुमार, परिक्षार्थी
बाइट फाइल 3- मनोहर लाल, परिक्षार्थी

Conclusion: बता दें कि गोल्डन चांस को लेकर हिमाचल प्रदेश में तीन परीक्षा केंद्र बनाए गए थे जिनमें शिमला, धर्मशाला और मंडी शामिल थे। बताया जा रहा है कि परिक्षार्थी हर जगह परेशान हुए हैं लेकिन परीक्षा का बहिष्कार सिर्फ मंडी में ही हुआ है। यह वह लोग हैं जो या तो सरकारी नौकरी कर रहे हैं या फिर इन्होंने बीएड कर रखी है। सरकार ने इन सभी को ग्रेजुएशन की परसेंटेज बढ़ाने के लिए अंग्रेजी विषय की इम्प्रूवमेंट का गोल्डन चांस दिया है।
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