मंडी: कांग्रेस व वामपंथी पार्टियों द्वारा किए भारत बंद के आह्वान को देश की जनता ने करारा जवाब दिया है और यह बंद पूरी तरह से असफल रहा. ये बातें शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर व सुंदरनगर के विधायक और प्रदेश भाजपा महामंत्री राकेश जम्वाल ने मीडिया को जारी सयुक्त बयान में कही.
उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी की लगातार बढ़ रही लोकप्रियता एवं देश की जनता के उनके प्रति लगातार बढ़ रह विश्वास से कांग्रेस पार्टी एवं अन्य विरोधी दल पूरी तरह से बौखलाए हुए हैं और इसी बौखलाहट में ये दल अपना आपा खो बैठे हैं.
जारी बयान में कहा गया कि देश के किसान देश की जीवन रेखा होते हैं और आज कांग्रेस पार्टी ने उन्ही किसानों के साथ बहुत बड़ा धोखा किया है. अपनी स्वार्थ की राजनीति व नरेन्द्र मोदी के प्रति द्वेष के लिए ही इन राजनीतिक दलों ने किसानों को समृद्ध बनाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा बनाए अतिमहत्वपूर्ण कृषि कानूनों का विरोध किया और देशभर में लगातार भ्रम का वातावरण तैयार करने की कोशिश की गई. जिसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है.
भारत बंद का बहिष्कार कर जनता कांग्रेस पार्टी को दिखा चुकी आईना: शिक्षा मंत्री
शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने जारी बयान में कहा कि कांग्रेस पार्टी आज इतने निचले स्तर पर पहुंच गई है कि मोदी के खिलाफ वह लगातार षड्यंत्र रच रही है और इसके लिए वह राष्ट्रविरोधी ताकतों से हाथ मिलाने से भी नहीं कतरा रही है. उन्होंने कहा कि देश की जनता कांग्रेस पार्टी की मंशा जान चुकी है और भारत बंद का बहिष्कार कर कांग्रेस पार्टी को आईना दिखा चुकी है.
नरेन्द्र मोदी के जी के सशक्त नेतृत्व के साथ, कांग्रेस अपनी विश्वसनीयता खो चुकी है: राकेश
सुंदरनगर के विधायक राकेश जमवाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने मोदी के नेतृत्व में अनेकों सहासिक निर्णय लिए हैं जिनके बारे में कांग्रेस पार्टी के नेता कल्पना तक नहीं कर सकते. देश भर में करोड़ों किसानों के बैंको में जन धन खाते खोल कर उन्हे सालाना छह हजार रूपए की आर्थिक सहायता देना बड़ा ही महत्वपूर्ण एवं सराहनीय कदम है.
प्रदेश महामंत्री ने कहा कि इस योजना के माध्यम से अबतक 72 हजार करोड़ रुपए से अधिक की आर्थिक सहायता देश भर के किसानों को दी जा चुकी है और यह निरंतर जारी है. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से कांग्रेस समर्थित भारत बंद का बहिष्कार हुआ उससे यह स्पष्ट हो गया है कि देश की जनता व किसान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सशक्त नेतृत्व के साथ हैं और समाज को बांटने वाली कांग्रेस पार्टी किसानों के अंदर अपनी विश्वसनीयता खो चुकी है.