मंडी: टैक्सी ऑपरेटरों का आरोप है कि प्रदेश भर में एक निजी सर्विस ऐप के माध्यम से निजी वाहन चालक बिना परमिट के सवारियां सवारियां ढोने में लगे हुए हैं. जिससे ना केवल टैक्सी ऑपरेटरों को मार पड़ रही है. वहीं, सरकार को भी टैक्स में चपत लग रही है. मंडी जिले में भी निजी वाहनों में सवारियां ढोने की शिकायतें पुलिस व क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को भी लगातार मिल रही थी. मंगलवार को क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी व पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए नाका लगाकर तीन निजी वाहन चालकों को बिना परमिट सवारियों ढोते हुए पकड़ा है. वहीं, पकड़े गए निजी वाहन चालकों से पुलिस व सुपरिटेंडेंट आरटीओ ऑफिस ने हजारों रुपये जुर्माना भी ठोका.
टैक्सी ऑपरेटरों का कहना है कि सीजन के समय भी उन्हें सवारियां नहीं मिल रही हैं, जबकि निजी वाहन चालक अवैध सवारियां बिठाकर चांदी कूट रहे हैं. देवभूमि टैक्सी यूनियन मंडी प्रधान पवन कुमार ने बताया कि प्राइवेट सर्विस ऐप पूरे हिमाचल में निजी वाहनों के माध्यम से अवैध रूप से सवारियां लाने ले जाने का कार्य कर रही है. वहीं, उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में काले कारोबार में भी इन्हीं गाड़ियों का उपयोग किया जा रहा है. उन्होंने बिना परमिट के सवारियां ढोने वाले निजी वाहनों चालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई है.
वहीं, मौके पर मौजूद क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय सहायक रमेश शर्मा ने कहा कि जिस सर्विस ऐप के माध्यम से सवारियों को ढोया जा रहा है, जिसका नाम के पास कोई लाइसेंस है और ना ही परमिट है. उन्होंने बताया कि निजी वाहनों में बिना परमिट सवारियां ढोने पर तीन वाहन चालकों को 25 हजार जुर्माना लगाया गया है. वहीं, उन्होंने कहा कि यदि निजी वाहन के साथ कोई भी घटना घटित होती है तो इसकी जिम्मेवार सवारी स्वयं होगी.
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