मंडीः उपायुक्त मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने जिले में लगातार बढ़ रहे कोरोना मामलों पर चिंता जताई है. डीसी ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के दौर में जिला में संक्रमण की दर लगभग 13 फीसदी है. उपायुक्त ने कहा कि पिछले सप्ताह जिला में किए गए कोरोना टेस्ट में हर तीसरा व्यक्ति संक्रमित पाया गया है जोकि चिंताजनक है. उन्होंने कहा कि पिछले हफ्ते में जिला में पॉजिटिविटी दर लगभग 30 प्रतिशत रही है.
उपायुक्त ने कहा कि संक्रमण को रोकने के लिए सभी लोगों के सहयोग की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि मई का महीना हम सभी लिए बेहद चुनौतीपूर्ण है. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे बिना किसी आवश्यक कार्य के घर से बाहर न निकलें. अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए संक्रमण को फैलने से रोकने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि यदि घर से बाहर जाना जरूरी हो तो मास्क लगाकर जाएं और अपने नाक व मुंह को पूरी तरह से मास्क से ढक कर रखें.
इन अस्पतालों में बढ़ाई गई बेड की संख्या
उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि मंडी जिला में ऑक्सीजन युक्त बिस्तरों की संख्या चरणबद्ध तरीके से बढ़ाई जा रही है. श्री लाल बहाुदर शास्त्री राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल नेरचौक में ऑक्सीजन युक्त बिस्तरों की सुविधा को 120 बिस्तरों से बढ़ा कर 220 किया गया है. आगे इसे बढ़ा कर 300 करने के प्रयास किए जा रहे हैं.
बता दें, नेरचौक अस्पताल में अभी मंडी जिला के करीब 100 कोरोना संक्रमित मरीज उपचाराधीन हैं. वहीं, नेरचौक अस्पताल के अतिरिक्त जिला में और 135 ऑक्सीजन युक्त बिस्तरों की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है. इनमें बीबीएमबी अस्पताल सुन्दरनगर में 40, मातृ-शिशु अस्पताल सुन्दरनगर में 50 बिस्तर हैं. नागरिक चिकित्सालय रत्ती में ऑक्सीजन युक्त बिस्तरों की संख्या को 25 से बढ़ा कर 45 किया गया है. इन अस्पतालों में 88 मरीज उपचाराधीन हैं. अन्य बैड अभी रिक्त हैं. इसलिए जिला में ऑक्सीजन युक्त बिस्तरों की कोई कमी नहीं है.
उपायुक्त ने कहा कि इसी हफ्ते मेक शिफ्ट अस्पताल भंगरोटू चालू हो जाएगा. आरंभ में इसमें 80 से 90 ऑक्सीजन युक्त बिस्तरों की सुविधा शुरू होगी. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के निर्देशानुसार राधा स्वामी सतसंग ब्यास खलियार में भी ऑक्सीजन युक्त 200 बिस्तरों का मेक शिफ्ट अस्पताल बनाया जा रहा है. इसका काम सोमवार से शुरू हो गया है. अगले 10 से 15 दिनों में यह बन कर तैयार हो जाएगा.
ऑक्सीजन सिलेंडरों की संख्या बढ़ाने पर जोर
ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि जिला प्रशासन कोरोना से उत्पन्न चुनौतियों के समाधान के साथ क्षमता विकास पर बल दे रहा है. उन्होंने बताया कि जिला में चिकित्सकीय उपयोग के लिए ऑक्सीजन निर्माण की अच्छी क्षमता है. इसे और बढ़ाने और ऑक्सीजन सिलेंडरों की संख्या में इजाफा करने के प्रयास किए जा रहे हैं. जिला में प्रतिदिन 1600 आक्सीजन सिलेंडर जाते हैं. इसे और बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है. जिला में उपलब्ध ऑक्सीजन सिलेंडरों की संख्या का डाटा तैयार किया जा रहा है, ताकि किसी आपात स्थिति में उन्हें इस्तेमाल किया जा सके. इसके अलावा नेरचौक अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गया है, जिससे अस्पातल को बड़ी मदद मिल रही है.
कोरोना के मामलों में हो रहा इजाफा
उपायुक्त ने बताया कि अप्रैल माह में जिला में कोरोना संक्रमण के 4500 नए मामले आए हैं और अब ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण के मामलों में इजाफा हो रहा है. मौजूदा समय में कोरोना संक्रमण के 61 फीसदी मामले ग्रामीण क्षेत्रों से हैं जबकि 39 प्रतिशत शहरी इलाकों के है. यह आंकड़ा 15 दिन पहले लगभग 50-50 फीसदी का था. इस पूरे दौर में जिला में कोरोना मामलों में मृत्यु दर 1.27 प्रतिशत है, जो लगभग पिछले वर्ष की दर के बराबर ही है.
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