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मंडी की दसेहड़ा पंचायत पदाधिकारियों पर गंभीर आरोप, विकास कार्यों में बरती जा रही अनियमितताएं

मंडी जिला की दसेहड़ा पंचायत सुर्खियों में, पदाधिकारियों पर लगे विकास कार्यों में अनियमितता व पैसों के लेन-देन में गड़बड़ी करने के आरोप.

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Published : Aug 10, 2019, 7:51 AM IST

गोटशैड (ओडी)

मंडी: जिला के बल्ह विकास खंड की ग्राम पंचायत दसेहड़ा सुर्खियों में है. दसेहड़ा ग्राम पंचायत में जानबूझकर सालों तक विकास कार्यों को लटकाए जाने के आरोपों सामने आ रहे हैं. ताजा घटनाक्रम में ग्रामीणों ने दसेहड़ा पंचायत के पदाधिकारियों पर विकास कार्यों में अनियमितता और पैसों के लेन-देन में गड़बड़ी करने के गंभीर आरोप लगाए हैं.

शिकायतकर्ताओं का कहना है कि ग्राम पंचायत में किए जा रहे कार्यों में पंचायत झूठे बिल बनाकर लोगों को सरकार से मिलने वाली सहायता राशि को डकार रही है. इसको लेकर ग्राम पंचायत दसेहड़ा के घनेड़ा गांव के कर्म सिंह पुत्र महंत राम ने आरोप लगाया है कि उन्होंने पंचायत के माध्यम से अपनी गोटशैड (ओडी) का निर्माण करवाया है. जिसके निर्माण के लिए सरकार द्वारा 35 हजार रुपये मंजूर किए गए थे, लेकिन उनको पैसों का भुगतान नहीं किया गया है.

पंचायत के लोगों का कहना है कि पंचायत के कामों में गड़बड़ी के चलते लोग डीसी मंडी और बीडीओ बल्ह से पहले भी पंचायत में हो रही हेराफेरी की शकायत कर चुके हैं, लेकिन ग्राम पंचायत दसेहड़ा में कोई कार्रवाई नहीं हुई है. लोगों ने कहा है कि पंचायत के कामों को लेकर सख्ती से कार्रवाई होनी चाहिए.

वहीं, ग्राम पंचायत दसेहड़ा के प्रधान लेखराम ने कहा कि पंचायत के ऊपर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं. मनेरगा के अंतर्गत किए जाने वाला भुगतान ऑनलाइन होने से उसमें पंचायत का कोई हस्तक्षेप नहीं होता है. अगर लोगों द्वारा लगाए गए आरोप गलत पाए जाते हैं तो दोषी लोगों पर मानहानि का केस किया जाएगा.

मंडी: जिला के बल्ह विकास खंड की ग्राम पंचायत दसेहड़ा सुर्खियों में है. दसेहड़ा ग्राम पंचायत में जानबूझकर सालों तक विकास कार्यों को लटकाए जाने के आरोपों सामने आ रहे हैं. ताजा घटनाक्रम में ग्रामीणों ने दसेहड़ा पंचायत के पदाधिकारियों पर विकास कार्यों में अनियमितता और पैसों के लेन-देन में गड़बड़ी करने के गंभीर आरोप लगाए हैं.

शिकायतकर्ताओं का कहना है कि ग्राम पंचायत में किए जा रहे कार्यों में पंचायत झूठे बिल बनाकर लोगों को सरकार से मिलने वाली सहायता राशि को डकार रही है. इसको लेकर ग्राम पंचायत दसेहड़ा के घनेड़ा गांव के कर्म सिंह पुत्र महंत राम ने आरोप लगाया है कि उन्होंने पंचायत के माध्यम से अपनी गोटशैड (ओडी) का निर्माण करवाया है. जिसके निर्माण के लिए सरकार द्वारा 35 हजार रुपये मंजूर किए गए थे, लेकिन उनको पैसों का भुगतान नहीं किया गया है.

पंचायत के लोगों का कहना है कि पंचायत के कामों में गड़बड़ी के चलते लोग डीसी मंडी और बीडीओ बल्ह से पहले भी पंचायत में हो रही हेराफेरी की शकायत कर चुके हैं, लेकिन ग्राम पंचायत दसेहड़ा में कोई कार्रवाई नहीं हुई है. लोगों ने कहा है कि पंचायत के कामों को लेकर सख्ती से कार्रवाई होनी चाहिए.

वहीं, ग्राम पंचायत दसेहड़ा के प्रधान लेखराम ने कहा कि पंचायत के ऊपर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं. मनेरगा के अंतर्गत किए जाने वाला भुगतान ऑनलाइन होने से उसमें पंचायत का कोई हस्तक्षेप नहीं होता है. अगर लोगों द्वारा लगाए गए आरोप गलत पाए जाते हैं तो दोषी लोगों पर मानहानि का केस किया जाएगा.

Intro:मंडी जिला की दसेहड़ा पंचायत सुर्खियों में, पदाधिकारियों पर लगे विकास कार्यों में अनियमितता व पैसों के लेन-देन में गड़बड़ी करने के आरोपBody:सुंदरनगर : मंडी जिला के विकास खंड बल्ह की ग्राम पंचायत दसेहड़ा एक बार फिर सुर्खियों में आ गई है। अभी ग्राम पंचायत जानबूझकर वर्षों तक विकास कार्यों को लटकाए जाने से रूके विकास के आरोपों से घिरी ही हुई थी. वहीं ताजाघटनाक्रम में गांववासियों द्वारा फिर ग्राम पंचायत दसेहड़ा के पदाधिकारियों पर विकास कार्यों में अनियमितता व पैसों के लेन-देन में गड़बड़ी करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि ग्राम पंचायत में करवाए जा रहे कार्यों में पंचायत झूठे बिल बनाकर लोगों को सरकार से मिलने वाली सहायता राशि को डकार रही है। इसको लेकर ग्राम पंचायत दसेहड़ा के घनेड़ा गांव के कर्म सिंह पुत्र महंत राम ने आरोप लगाया है कि उन्होंने पंचायत के माध्यम से अपनी गोटशैड (ओडी) का निर्माण करवाया है। उन्होंने कहा कि इसके निर्माण के लिए सरकार द्वारा 35 हजार रूपए मंजूर हुए थे। उन्होंने कहा कि इस गोटशैड के निर्माण में लकड़ी,पत्थर,दरवाजे व खिड़कियां पर उनके द्वारा पैसों का भुगतान किया गया था। इसके साथ ही छप्पर में स्लेट भी डाले गए थे। लेकिन पंचायत का बिल नंबर 43 दिनांक 6 फरवरी 2017 जो रमेश वेल्डिंग वर्कस और टेंट हाउस के नाम से है। उन्होंने कहा कि इसमें लोहे की चादरों,दरवाजों और खिड़कियों का कुल बिल 8740 रूपए व मंजूर राशि 7038 रुपए है। उन्होंने कहा कि यह बिल सरासर झूठा है। उन्होंने कहा कि गोटशैड के निर्माण में उनके द्वारा भुगतान करते हुए स्लेट डलवाएं हैं,लेकिन बिल लोहे की चादरों का है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा मनरेगा की मजदूरी के मात्र 18190 रूपयों की ही अदायगी की गई है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इसके साथ-साथ पंचायत द्वारा 5088 रूपयों का भुगतान मनेरगा के अंतर्गत कार्य नहीं करने पर भी कर दिया गया है और इस राशि को भी वार्ड पंच द्वारा बार-बार मांग कर लोगों से वापस ले लिया गया है। शिकायतकर्ता कर्म सिंह का यह भी कहना है कि पंचायत में गौशाला निर्माण के ऐसे और भी कई मामले हैं जिनमें लेन-देन में गड़बड़ी की गई है। कर्म सिंह ने कहा कि एक अन्य मामले में सत्संग घर से चुरडू गांव लिंक रोड में भी मजदूरी करने वाले लोगों ने पंचायत पर अनियमितता के आरोप जड़े हैं। शिकायतकर्ता पूर्व प्रधान दसेहड़ा लेख राम,वर्तमान वार्ड पंच चौधरी राम,आशा देवी,सुनीता देवी,निर्मला देवी व नानदेई आदि का कहना है कि इस लिंक रोड के निर्माण में सबसे पहले जय माता ट्रेडर्ज को 4 एम 3 कट स्टोन की खरीद के नाम पर 6600 रूपयों की अदायगी की गई है। लेकिन इस कार्य में एक भी पत्थर बाहर से खरीदकर नहीं लगाया गया है। उन्होंने कहा कि कुछ मस्ट्रोल में उन लोगों के नाम है जो कभी भी काम पर नहीं आए हैं और उन्हें मेहनताने का भुगतान भी कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा सीमेंट की खपत भी कागजों में काफी अधिक बताई गई है। लोगों का कहना है कि इस बारे में पंचायत के लोग डीसी मंडी और बीडीओ बल्ह से पहले भी पंचायत में हो रही हेराफेरी की गहराई से जांच को लेकर गुहार लगा चुके हैं। लेकिन आजदिन तक ग्राम पंचायत दसेहड़ा के खिलाफ कोई स त विभागीय कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। शिकायतकर्ताओं ने बीडीओ बल्ह व डीसी मंडी से पंचायत में बनी सभी गोटशेड के निर्माण की जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से करवाने और अन्य कार्यों जैसे चुरड नाला पर बना पुल के निर्माण में मजदूरी करने वाले लोगों को भुगतान करने को लेकर कार्रवाई की मांग की है।

Conclusion:बयान :
पंचायत के ऊपर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। मनेरगा के अंतर्गत किए जाने वाला भुगतान ऑनलाइन होने से उसमें पंचायत का कोई हस्तक्षेप नहीं होता है। अगर लोगों द्वारा लगाए गए आरोप गलत पाए जाते हैं तो दोषी लोगों पर मानहानि का केस किया जाएगा।

-लेखराम, प्रधान ग्राम पंचायत दसेहड़ा।

बयान :
मामला संज्ञान में आया है। मामले को लेकर जांच अमल में लाई जाएगी।

-जेएस ठाकुर,एसईबीपीओ विकास खंड बल्ह जिला मंडी।
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