करसोग: मंडी जिला के करसोग उपमंडल में सीपीआईएम शिमला एवं नगर निगम शिमला के पूर्व मेयर संजय चौहान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया. इस दौरान संजय ने कहा कि 16 जून को सीपीआईएम अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने जा रही है. सीपीआईएम के नेताओं का कहना है कि अगर उनके प्रदर्शन के बाद भी सरकार उनकी मांगों को नहीं मानेगी तो वह आने वाले दिनों में व्यापक आंदोलन करेंगे.
सीपीआईएम के नेता संजय चौहान ने बैठक के दौरान प्रदेश भर में 16 जून को किए जाने वाले प्रदर्शन को सफल बनाने पर चर्चा की. बैठक में कोविड 19 के कारण देश में मजदूर वर्ग पर पड़ी मार को लेकर भी चिंता व्यक्त की. इस दौरान सरकार से ऐसे वर्ग को आर्थिक तंगी उभारने के लिए मदद देने की भी मांग की गई.
सीपीआईएम की मख्य मांगें
सीपीआईएम की मुख्य मांगें है कि जो व्यक्ति इनकम टैक्स नहीं देता है, ऐसे लोगों के खाते में सरकार 6 महीने तक 7500 रुपये डाले जाएं. सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत भी सरकार प्रति व्यक्ति 10 किलो राशन मुफ्त उपलब्ध करवाया जाए. कोरोना संकट में शहरों से गांव की तरफ हो रहे पलायन को देखते हुए सरकार मनरेगा में 200 दिन का रोजगार उपलब्ध करवाए. सरकार सार्वजनिक क्षेत्रों को बेचने का कार्य बंद करे.
जिला सचिव सीपीआईएम शिमला एवं पूर्व मेयर संजय चौहान ने कहा कि सरकार की नव उदारवादी नीतियों और जन विरोधी नीतियों के खिलाफ 16 जून को सीपीआईएम चार मुख्य मांगों को लेकर प्रदर्शन करेगी. इस बारे में करसोग में सीपीआईएम की लोकल कमेटी के साथ बैठक की गई है.
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के दौरान लगे लॉकडाउन से देश का मजदूर वर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. दिहाड़ीदार मजदूर से लेकर किसानों को कर्फ्यू और लॉकडाउन के दौरान भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है. इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस समते कई विपक्षी दल केंद्र और बीजेपी शासित राज्यों में सरकार को घेरने का काम कर रहे हैं.