मंडी: कोरोना महामारी के इस दौर में बहुत से लोग कोरोना योद्धाओं की भूमिका निभा रहे हैं. यह वो लोग हैं जो खुद खतरे के माहौल में दिन रात अपनी सेवाएं देकर समाज को सुरक्षित रखने का प्रयास कर रहे हैं. बात अगर मंडी शहर की करें तो यहां सफाई कर्मचारी निष्काम भाव से अपनी सेवाएं देने में जुटे हुए हैं. शहर को सेनेटाइज करने की बात हो या फिर शहर में पसरी गंदगी को हटाने की, हर काम को शहर में तैनात सफाई कर्मचारी बखूबी निभा रहे हैं.
सफाई कर्मचारी कौशल्या और डिम्पल बताती हैं कि कोरोना महामारी के इस दौर में उन्हें संक्रमण फैलने की चिंता तो सताती रहती है, लेकिन वह अपनी सुरक्षा के साथ-साथ समाज की सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रख रहे हैं. जब तक यह शहर को साफ नहीं रखेंगे तो संक्रमण को फैलने से कैसे रोक पाएंगे. हालांकि इन्हें नगर परिषद की तरफ से सुरक्षा के सारे उपकरण मुहैया करवाए गए हैं, ताकि इनकी सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके.
नगर परिषद मंडी की अध्यक्ष सुमन ठाकुर बताती हैं कि सफाई कर्मचारियों से लेकर नगर परिषद के प्रत्येक कर्मचारी ने अपने दायित्व का बखूबी निर्वहन किया है. जब से लॉक डाउन लगा है तभी से ही कर्मचारी दिन रात अपनी सेवाएं देने में लगे हुए हैं. उन्होंने बताया कि इस अवधि के दौरान किसी भी सफाई कर्मचारी ने छुट्टी नहीं ली और जो भी काम इन्हें बताया गया उसका सही ढंग से पालन किया. सुमन ठाकुर के अनुसार सरकार की सुरक्षा के लिए जो सहायता उपलब्ध करवाई गई उसके अलावा भी इन कर्मचारियों के लिए हर संभव मदद करने का प्रयास किया गया है.
जोनल अस्पताल मंडी की स्टाफ नर्स तृप्ता बताती हैं कि उनका प्रोफेशन ही लोगों की सेवा करना है. अस्पताल में जो भी मरीज आता है वह यही सोच कर आता है कि अस्पताल का स्टाफ उन्हें ठीक करके घर भेजेगा और लोगों की इसी उम्मीद पर खरा उतरने का वह प्रयास करती हैं. कोरोना महामारी के इस दौर में भी वह यही प्रयास कर रही हैं कि मरीजों को सुरक्षित माहौल में सेवाएं देकर उन्हें ठीक करके घर भेज सकें. तृप्ता बताती हैं कि महामारी के इस दौर में खतरा को रहता है लेकिन सुरक्षा का पूरा ध्यान रखकर सेवाएं दे रही हैं.
जोनल अस्पताल मंडी की सुरक्षा में तैनात एचएएसआई ज्ञान चंद बताते हैं कि रोजाना अस्पताल में कई प्रकार के मरीज आते हैं और उन सभी की सुरक्षा का ध्यान रखना व उनकी मदद करना उनका काम है. ऐसे में कौन सा संक्रमित व्यक्ति आ जाए उसका कोई पता नहीं. इसलिए वह लोगों को उनकी व्यक्तिगत सुरक्षा के बारे में भी अवगत करवाते रहते हैं और खुद की सुरक्षा का भी ध्यान रखते हैं. वहीं, जोनल हास्पिटल में तैनात अन्य सुरक्षा कर्मियों का भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है ताकि वह इस बीमारी की चपेट में न आएं.
यह वे लोग हैं जो प्रत्यक्ष रूप से कोरोना महामारी में योद्धाओं की भूमिका निभा रहे हैं. इनकी सेवाओं को हमारा सलाम, क्योंकि यह निस्वार्थ भाव से दिन रात सिर्फ इसलिए मैदान में डटे हैं, ताकि समाज सुरक्षित रह सके.
ये भी पढ़ें- खबर का असर: 72 साल बाद सड़क से जुड़ेगा शमियाला गांव, निर्माण कार्य शुरू