मंडी: पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह समेत कई दिग्गज मंडी के विपाशा सदन में हुए कांग्रेस के संसदीय सम्मेलन में शरीक नहीं हुए. बावजूद इसके सम्मेलन में वीरभद्र सिंह ही हावी रहे. कई वक्ताओं ने उनका जिक्र करते हुए खूब तारीफ की और आश्रय की जीत के लिए उनका सहयोग जरूरी बताया.
सम्मेलन में कांग्रेस नेताओं ने एकजुटता का संदेश दिया. पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम व पूर्व सीएम वीरभद्र परिवार के एक होने पर कांग्रेस के मजबूत होने का दावा किया गया. कांग्रेस के दिग्गज चेहरे वीरभद्र, प्रतिभा सिंह, गुरकीरत और नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री इस सम्मेलन में नहीं दिखे, लेकिन इस सम्मेलन के साथ पार्टी ने आधिकारिक चुनाव का ऐलान करते हुए मंडी में प्रचार की गतिविधियां तेज कर दी हैं. एकजुट होकर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है.
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि दो दिग्गज नेता इक्टठे हो गए हैं. इससे पूरे प्रदेश व मंडी में कांग्रेस की ताकत बढ़ी है. गत चुनाव में कांग्रेस को नुकसान हुआ है. इसमें कोई शक नहीं है. जहां पंडित सुखराम को संचार क्रांति के लिए जाना जाता है. वहीं, आने वाले समय में वीरभद्र सिंह विकास पुरूष के नाम से जाने जाएंगे. बहुत सारे संदेह लोगों के दिलों में है और भाजपा झूठ फैलाती है.
राठौर ने कहा कि भाजपा धनबल से तो हम जनबल से चुनाव जीतेंगे. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार में आरएसएस व नॉन आरएसएस के बीच लड़ाई है. मंच से कई वक्ताओं ने पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह की जमकर तारीफ की और उन्हें हेलीकॉप्टर मुहैया तक करवाने की मांग कर दी ताकि वह पूरे प्रदेश में दिनभर प्रचार कर सके.
आश्रय शर्मा ने भी वीरभद्र सिंह की तारीफ में कोई नहीं रखी. उन्होंने कहा कि पंडित सुखराम व वीरभद्र सिंह कांग्रेस को बुलंदी में पहुंचाने के लिए प्रचार करेंगे. उन्होंने सांसद रामस्वरूप पर तंज कसा और कहा कि वह गलतफहमी में न रहें. समय ही बताएगा ही जाएंट किल्लर कौन हैं. वह और विक्रमादित्य 21वीं सदी के युवा है और उनमें कभी कोई मतभेद नहीं रहा.