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सिविल अस्पताल करसोग को मिले तीन और डॉक्टर, सरकार ने जारी किए नियुक्ति आदेश

लंबे समय से डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे सिविल अस्पताल करसोग अस्पताल को सरकार के आदेश अनुसार तीन और नए डॉक्टर मिले, ज्वाइन करते ही लोगों को अस्पताल में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होगीं.

सिविल अस्पताल करसोग को मिले तीन और डॉक्टर
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Published : Sep 22, 2019, 11:27 PM IST

मंडी: सिविल अस्पताल करसोग को सरकार के आदेश अनुसार तीन और नए डॉक्टर मिल गए हैं. इससे पहले दो डॉक्टरों ने भी हाल ही में अपनी ज्वाइनिंग दी है. ऐसे में करसोग को कुल पांच नए डॉक्टर मिल गए हैं. इससे पहले पांच डॉक्टर पहले ही अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे है.

इनको मिलाकर अस्पताल में डॉक्टरों की संख्या 10 हो जाएगी. 150 बिस्तर वाले करसोग अस्पताल के लिए कुल 16 डॉक्टरों के पद सेंक्शन किए गए हैं. ऐसे में 6 डॉक्टरों की अभी और कमी है. आने वाले दिनों में अगर सरकार और डॉक्टर भेजती है तो इससे करसोग क्षेत्र की जनता को बड़ी सुविधा मिलेगी.

लंबे समय से डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे करसोग अस्पताल के लिए सरकार ने डॉक्टर भेजे हैं, लेकिन अस्पताल में अभी भी कोई विशेषज्ञ डॉक्टर तैनात नहीं है. ऐसे में लोगों को शिमला इलाज के लिए रेफर किया जाता है. करसोग की जनता लगातार मुख्यमंत्री से विशेषज्ञ डॉक्टर भेजे जाने की मांग कर रही है.

करसोग विधानसभा क्षेत्र सराज विधानसभा की सीमाओं के साथ जुड़ा क्षेत्र है. ऐसे में मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र के तहत पड़ने वाले शंकरदेहरा, छतरी, बरयोगी, काकड़ाधार, गतु, मानगढ़ और भरेड पंचायत से भी लोग करसोग के सिविल अस्पताल में इलाज के लिए आते हैं. इसको देखते हुए लोगों ने तुरन्त प्रभाव से विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की भी मांग की है.

बीएमओ करसोग डॉ. राकेश प्रताप का कहना है कि सरकार ने तीन और डॉक्टरों को ज्वाइन करने के आदेश जारी किए हैं. इनके ज्वाइन करते ही लोगों को अस्पताल में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होगी.

मंडी: सिविल अस्पताल करसोग को सरकार के आदेश अनुसार तीन और नए डॉक्टर मिल गए हैं. इससे पहले दो डॉक्टरों ने भी हाल ही में अपनी ज्वाइनिंग दी है. ऐसे में करसोग को कुल पांच नए डॉक्टर मिल गए हैं. इससे पहले पांच डॉक्टर पहले ही अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे है.

इनको मिलाकर अस्पताल में डॉक्टरों की संख्या 10 हो जाएगी. 150 बिस्तर वाले करसोग अस्पताल के लिए कुल 16 डॉक्टरों के पद सेंक्शन किए गए हैं. ऐसे में 6 डॉक्टरों की अभी और कमी है. आने वाले दिनों में अगर सरकार और डॉक्टर भेजती है तो इससे करसोग क्षेत्र की जनता को बड़ी सुविधा मिलेगी.

लंबे समय से डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे करसोग अस्पताल के लिए सरकार ने डॉक्टर भेजे हैं, लेकिन अस्पताल में अभी भी कोई विशेषज्ञ डॉक्टर तैनात नहीं है. ऐसे में लोगों को शिमला इलाज के लिए रेफर किया जाता है. करसोग की जनता लगातार मुख्यमंत्री से विशेषज्ञ डॉक्टर भेजे जाने की मांग कर रही है.

करसोग विधानसभा क्षेत्र सराज विधानसभा की सीमाओं के साथ जुड़ा क्षेत्र है. ऐसे में मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र के तहत पड़ने वाले शंकरदेहरा, छतरी, बरयोगी, काकड़ाधार, गतु, मानगढ़ और भरेड पंचायत से भी लोग करसोग के सिविल अस्पताल में इलाज के लिए आते हैं. इसको देखते हुए लोगों ने तुरन्त प्रभाव से विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की भी मांग की है.

बीएमओ करसोग डॉ. राकेश प्रताप का कहना है कि सरकार ने तीन और डॉक्टरों को ज्वाइन करने के आदेश जारी किए हैं. इनके ज्वाइन करते ही लोगों को अस्पताल में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होगी.

Intro:150 बिस्तर वाले करसोग अस्पताल के लिए कुल 16 डॉक्टरों के पद सेंक्शन है, ऐसे में 6 डॉक्टरों की अभी और कमी है।Body:इस सिविल अस्पताल को मिले तीन और डॉक्टर, सरकार ने आदेश किए जारी

करसोग
करसोग सिविल अस्पताल को तीन और डॉक्टर मिल गए हैं। सरकार ने इस बारे में आदेश जारी कर दिए। इससे पहले दो डॉक्टरों ने भी हाल ही में अपनी ज्वाइनिंग दी है। ऐसे में अब करसोग को 5 नए डॉक्टर मिल गए हैं। इससे पहले 5 डॉक्टर पहले ही अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे है। इनको मिलाकर अस्पताल में डॉक्टरों की संख्या 10 हो जाएगी। 150 बिस्तर वाले करसोग अस्पताल के लिए कुल 16 डॉक्टरों के पद सेंक्शन है, ऐसे में 6 डॉक्टरों की अभी और कमी है। आने वाले दिनों में अगर सरकार और डॉक्टर भेजती है तो इससे करसोग क्षेत्र की जनता को बड़ी सुविधा मिलेगी।

अभी भी नहीं कोई विशेषज्ञ:
लंबे समय से डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे करसोग अस्पताल के लिए सरकार ने जरूर डॉक्टर भेजे हैं, लेकिन अस्पताल में अभी भी कोई विशेषज्ञ डॉक्टर तैनात नहीं है। ऐसे में लोगों को शिमला इलाज के लिए रेफर किया जाता है। करसोग की जनता लगातार मुख्यमंत्री से विशेषज्ञ डॉक्टर भेजे जाने की मांग कर रही है। करसोग विधानसभा क्षेत्र सराज विधानसभा की सीमाओं के साथ जुड़ा क्षेत्र है। ऐसे में मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र के तहत पड़ने वाले शंकरदेहरा, छतरी, बरयोगी, काकड़ाधार, गतु, मानगढ़ व भरेड पंचायत से भी लोग करसोग के सिविल अस्पताल में इलाज के लिए आते हैं। इसको देखते हुए लोगों ने तुरन्त प्रभाव से विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की भी मांग की है। ताकि दोनों की विधानसभा क्षेत्र के लोगॉ को घरद्वार पर ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो सके।

अल्ट्रासाउंड मशीन है पर डॉक्टर नहीं:
करसोग क्षेत्र की जनता का इससे बड़ा दुर्भगय भला क्या होगा कि यहां अल्ट्रासाउंड की मशीन तो है, लेकिन इसके लिए सरकार ने कोई डॉक्टर नहीं भेजा है। ऐसे में यहां इलाज के लिए आने वाली महिलाओं को बाहर प्राइवेट 800 से 900 रुपये खर्च करके अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ता है या फिर या फिर मजबूरन शिमला या मंडी जाना पड़ता है। यहां इलाज के लिए आने वाली हर दूसरी महिला को अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए लिखा जाता है। ऐसे में करसोग इलाज के लिए आने वाली हर महिला को भारी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। करसोग अस्पताल के लिए डॉक्टरों के कुल 16 पद सृजित किए गए हैं, लेकिन इसमें अभी तक डॉक्टरों के 9 पद खाली चल रहे हैं, जबकि वर्तमान में एक भी विशेषज्ञ डॉक्टर अस्पताल में तैनात नहीं है।

तीन डॉक्टरों के आदेश जारी: बीएमओ
बीएमओ करसोग डॉ राकेश प्रताप का कहना है कि सरकार ने तीन और डॉक्टरों को ज्वाइन करने के आदेश जारी किए हैं। इनके ज्वाइन करते ही लोगों को अस्पताल में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होगी।Conclusion:बीएमओ करसोग डॉ राकेश प्रताप का कहना है कि सरकार ने तीन और डॉक्टरों को ज्वाइन करने के आदेश जारी किए हैं। इनके ज्वाइन करते ही लोगों को अस्पताल में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होगी।
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