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सुकेत व्यवसायिक परिसर के दुकानदार नहीं दे रहे किराया, नोटिस जारी करेगा नगर परिषद सुंदरनगर

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Published : Jan 22, 2020, 6:29 PM IST

सुकेत व्यवसायिक परिसर में व्यापारी दुकानों के किराए नहीं दे रहे हैं. इसके चलते नगर परिषद सुंदरनगर ने भी अपना रुख कड़ा कर लिया है और कानूनी कार्रवाई को अमलीजामा पहनाया जा रहा है.

notice to shopkeepers of Suket business premises
सुकेत व्यापार परिसर के दुकानदारों को नोटिस

सुंदरनगर: नगर परिषद सुंदरनगर द्वारा जनता के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर सुकेत व्यवसायिक परिसर का निर्माण किया गया. इसका निर्माण लोगों को एक छत के नीचे तमाम सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए किया गया, लेकिन इस परिसर को स्थापित किये जाने के बावजूद भी अभी तक दुकानदारों से किराए के नाम पर वसूली करने में नगर परिषद फिसड्डी साबित हुई है.

इस परिसर में 74 के तकरीबन दुकानें हैं और दो बड़े हॉल हैं. इसके अलावा बेसमेंट का एरिया भी कारोबारियों के लिए वाहन पार्किंग के लिए बनाया गया है. इस एरिया को वर्तमान में आवंटित कर दिया गया है, जिसे नगर परिषद ने खाली करवाने के लिए नोटिस जारी कर दिए हैं, लेकिन कोई भी असर होता नजर नहीं आया है.

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वहीं, इसकी मार विशेष तौर पर परिसर में कारोबार कर रहे व्यापारियों पर पड़ रही है. यहां पर कोई भी खरीददार आने पर गाड़ी पार्क कहां करेंगे. साथ ही कारोबारी भी अपने वाहनों को कहां पार्क करके कारोबार करें.

इसके अलावा कारोबारी भी नियमित रूप से दुकानों का किराया नहीं दे रहे हैं. इसके लिए नगर परिषद ने भी अपना रुख कड़ा कर लिया है और कानूनी कार्रवाई को अमलीजामा पहनाया जा रहा है. 40 के तकरीबन कारोबारियों को लीगल नोटिस जारी करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है. नियमित रूप से किराया न देने पर कारोबारी को बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा और उनकी जगह पर दूसरे लोगों को दुकान आवंटित कर दी जाएंगी.

उधर, नगर के अध्यक्ष पूनम शर्मा, उप-प्रधान दीपक सेन, कार्यकारी अधिकारी अशोक शर्मा का कहना है कि सुकेत व्यवसायिक परिसर में कारोबार करने के लिए दुकानें आवंटित की गई है, लेकिन नियमित रूप से किराया न मिलने पर कानूनी कार्रावाई अमल में लाई जा रही है. जल्द ही डिफॉल्टर लोगों को नोटिस जारी कर दिए जाएंगे और दुकानें खाली करके दूसरे लोगों को आवंटित कर दी जाएगी.

ये भी पढ़ें: 1984 के सिख दंगा पीड़ितों मुआवजे का इंतजार, 36 वर्ष बीत जाने के बाद भी नहीं मिला मुआवजा

सुंदरनगर: नगर परिषद सुंदरनगर द्वारा जनता के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर सुकेत व्यवसायिक परिसर का निर्माण किया गया. इसका निर्माण लोगों को एक छत के नीचे तमाम सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए किया गया, लेकिन इस परिसर को स्थापित किये जाने के बावजूद भी अभी तक दुकानदारों से किराए के नाम पर वसूली करने में नगर परिषद फिसड्डी साबित हुई है.

इस परिसर में 74 के तकरीबन दुकानें हैं और दो बड़े हॉल हैं. इसके अलावा बेसमेंट का एरिया भी कारोबारियों के लिए वाहन पार्किंग के लिए बनाया गया है. इस एरिया को वर्तमान में आवंटित कर दिया गया है, जिसे नगर परिषद ने खाली करवाने के लिए नोटिस जारी कर दिए हैं, लेकिन कोई भी असर होता नजर नहीं आया है.

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वहीं, इसकी मार विशेष तौर पर परिसर में कारोबार कर रहे व्यापारियों पर पड़ रही है. यहां पर कोई भी खरीददार आने पर गाड़ी पार्क कहां करेंगे. साथ ही कारोबारी भी अपने वाहनों को कहां पार्क करके कारोबार करें.

इसके अलावा कारोबारी भी नियमित रूप से दुकानों का किराया नहीं दे रहे हैं. इसके लिए नगर परिषद ने भी अपना रुख कड़ा कर लिया है और कानूनी कार्रवाई को अमलीजामा पहनाया जा रहा है. 40 के तकरीबन कारोबारियों को लीगल नोटिस जारी करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है. नियमित रूप से किराया न देने पर कारोबारी को बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा और उनकी जगह पर दूसरे लोगों को दुकान आवंटित कर दी जाएंगी.

उधर, नगर के अध्यक्ष पूनम शर्मा, उप-प्रधान दीपक सेन, कार्यकारी अधिकारी अशोक शर्मा का कहना है कि सुकेत व्यवसायिक परिसर में कारोबार करने के लिए दुकानें आवंटित की गई है, लेकिन नियमित रूप से किराया न मिलने पर कानूनी कार्रावाई अमल में लाई जा रही है. जल्द ही डिफॉल्टर लोगों को नोटिस जारी कर दिए जाएंगे और दुकानें खाली करके दूसरे लोगों को आवंटित कर दी जाएगी.

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Intro:सुकेत व्यवसायिक परिसर के 40 दुकानदारों को किराया न देने पर नोटिस जारी करेगा नगर परिषद सुंदरनगरBody:एंकर : नगर परिषद सुंदरनगर द्वारा जनता के लिए करोड़ो रूपये खर्च कर सुकेत व्यवसायिक परिसर का निर्माण किया गया ताकि लोगो को एक छत के नीचे तमाम सुविधाएं मुहैया हो सके। लेकिन इस परिसर को स्थापित की जाने के बावजूद भी अभी तक दुकानदारों से किराए के नाम पर वसूली करने में नगर परिषद फिसड्डी साबित हुई है। इस परिसर में 74 के तकरीबन दुकानें हैं और दो बड़े हॉल हैं। इसके अलावा बेसमेंट का एरिया भी कारोबारियों के लिए वाहन पार्किंग के लिए बनाया गया है। लेकिन वर्तमान में वहां पर भी बंदरबांट की तर्ज पर आवंटित कर दिया गया है। जिसमें भले ही नगर परिषद ने खाली करवाने के लिए नोटिस जारी कर दिए हैं। लेकिन कोई भी असर होता नजर नहीं आया है। इसकी मार विशेष तौर पर वहां परिसर में कारोबार कर रहे व्यापारियों पर पड़ रही है। यहां पर कोई भी खरीददारी करने आए तो वाहन को कहां पर पार्क करवाए और कारोबारी भी अपने वाहनों को कहां पार्क करके कारोबार करें। इस परिसर की कहानी यहां तक ही इसकी स्थिति बयां नहीं करती है। बल्कि कारोबारियों ने भी नियमित रूप से दुकानों का किराया नहीं दिया जा रहा है। जिसके प्रति नगर परिषद ने भी अपना रुख कड़ा कर लिया है और कानूनी कार्यवाही को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। 40 के तकरीबन कारोबारियों को लीगल नोटिस जारी करने की प्रक्रिया तेज कर दी है। अगर जो कारोबारी नियमित रूप से किराया नहीं देगा। उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा और उनकी जगह पर अन्य लोगों को दुकान आवंटित कर दी जाएंगी। उधर नगर के अध्यक्ष पूनम शर्मा उपप्रधान दीपक सेन कार्यकारी अधिकारी अशोक शर्मा का कहना है कि सुकेत व्यवसायिक परिसर में कारोबार करने के लिए दुकानें आवंटित की गई है । लेकिन नियमित रूप से किराया प्राप्त ना होने की सूरत में कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जा रही है। जल्द ही डिफाल्टर लोगों को नोटिस जारी कर दिए जाएंगे और दुकानें खाली करके अन्य लोगों को आवंटित कर दी जाएगी।Conclusion:बाइट : दीपक सेन उपाध्यक्ष नगर परिषद सुंदरनगर
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