मंडी: माता भीमा काली मंदिर परिसर में निर्मित बाल उद्यान पार्क वीरभद्र सिंह के नाम से जाना जाएगा. इस आश्य का निर्णय रविवार को उनकी याद में की गई शोक सभा व श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजन के मौके पर की गई बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया.
यह बैठक माता भीमा काली मंदिर (Bhima Kali temple) संस्थान के प्रधान पुष्प राज शर्मा की अध्यक्षता में हुई. जिसमें कार्यकारिणी के लगभग 70 पदाधिकारियों व सदस्यों ने भाग लिया. कार्यकारिणी ने निर्णय लिया कि अब इस बाल उद्यान पार्क का नाम बदल कर वीरभद्र सिंह पार्क रखा जाएगा.
पुष्प राज शर्मा (Pushp Raj Sharma) ने बताया कि इस मौके पर उनकी याद में देवदार के 100 पौधे भी मंदिर परिसर में रोपित किए गए. पुष्प राज शर्मा ने बताया कि वीरभद्र सिंह 23 अप्रैल 1983 को पहली बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे. उनकी प्रेरणा से माता भीमा काली मंदिर संस्थान की स्थापना 2 अप्रैल 1986 को हुई. तब से लेकर आज तक उन्होंने इस मंदिर परिसर के लिए लाखों रुपये दिए. अपनी व्यक्तिगत निधि से भी उन्होंने मंदिर के लिए लाखों रुपये दिए.
पुष्पराज शर्मा ने बताया कि उनकी मदद से ही आज एक विशालकाय पार्किंग मंदिर परिसर में बनी. उनके प्रयासों से ही एक विशाल पार्क का निर्माण हुआ. उनकी बदौलत ही आज यह मंडी का सबसे बड़ा परिसर बन गया है. प्रधान ने बताया कि वीरभद्र सिंह की इस देन को उनका संस्थान कभी नहीं भुला पाएगा. इस मौके पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई.
ये भी पढ़ें- हिमाचली बॉक्सर आशीष चौधरी से रूबरू होंगे PM नरेंद्र मोदी, जानें क्यों