मंडी: जिले में बाल विवाह के मामले बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं. पिछले कुछ महीनों में कई मामले सामने आए हैं. ताजा मामला गोहर उपमंडल का है. जहां एक नाबालिग लड़की की पिछले साल 15 वर्ष की आयु में शादी करवा दी गई थी. नाबालिग अब 8 महीने की गर्भवती बताई जा रही है, जिसकी उम्र अब 16 वर्ष हो चुकी है. चाइल्ड लाइन की टीम को जैसे ही इस बच्ची के बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने इस बच्ची को उसके ननिहाल से रेस्क्यू किया.
चाइल्ड लाइन की टीम ने शुक्रवार को बच्ची को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया. जहां पर परिजनों द्वारा शपथ पत्र दायर करने के बाद बच्ची को माता-पिता के हवाले कर दिया गया है. वहीं, परिजनों को हिदायत दी गई है कि जब तक बच्ची 18 वर्ष की नहीं हो जाती तब तक उसकी देखभाल खुद परिजन करें और उसे कहीं और न भेजें. वहीं. बाल विवाह का मामला दर्ज करने के लिए केस जिला पुलिस को भेज दिया गया है.
बाल कल्याण समिति जिला मंडी के चेयरमैन दुनी चंद ठाकुर ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि नाबालिग को परिजनों के हवाले कर दिया गया है और आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है.
आपको बता दें कि मंडी जिले में बाल विवाह का कई मामले सामने आ चुके हैं. द्रंग हलके में नाबालिग लड़कियों की शादियां कराने का कुछ माह में पांच मामले सामने आ चुके हैं. बीते जुलाई महीने में चौहारघाटी में स्वजनों ने 15 साल की बेटी की शादी रचा दी, शिकायत मिलने पर चाइल्ड लाइन ने नाबालिग को रेस्क्यू कर उसे बाल संरक्षण समिति के समक्ष पेश किया था.
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