मंडी: गणेश चतुर्थी के दिन छोटी काशी गणपति बप्पा के जयकारों से गूंज उठी. भक्तों ने गणपति प्रतिमाएं स्थापित कर गणेश महोत्सव का आगाज किया. प्राचीन सिद्ध गणपति मंदिर में अतिरिक्त जिला उपायुक्त आशुतोष गर्ग और नगर परिषद अध्यक्ष सुमन ठाकुर ने गणेश भगवान की पूजा अर्चना की और उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया.
मान्यता है कि गणेश चतुर्थी के दिन विघ्न विनाशक की कृपा प्राप्ति के लिए सविधि भगवान गणेश के निमित्त स्नान, दान, व्रत, पूजन, अर्चना, वंदन करने पर गणपति कृपा से सहस्त्र गुणा हो जाती है. इससे मानव जीवन के सभी तरह के पाप नष्ट हो जाते हैं.
अतिरिक्त जिला उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने गणेश चतुर्थी पर सभी जिला वासियों को बधाई दी. इस अवसर पर गणपति ट्रस्ट के प्रवक्ता चंद्रमणि वर्मा ने कहा कि श्री गणपति महाराज मंदिर की स्थापना 1686 ई. में राजा सिद्ध सेन ने करवाई थी. जिस कारण यह मंदिर उत्तर भारत का सबसे प्राचीन मंदिर है. उन्होंने कहा कि जो भी भक्त गणपति महाराज के मंदिर में मनोकामना लेकर आता है, भगवान उन सब की मनोकामना को पूर्ण करते हैं. उन्होंने कहा कि 10 दिन तक गणपति महाराज की पूजा अर्चना की जाएगी और 12 सितंबर को विसर्जन किया जाएगा.
बता दें कि सनातन धर्म के पंच देवताओं में प्रमुख व विघ्नहर्ता भगवान गणेश का जन्म भाद्र शुक्ल चतुर्थी को मध्याह्न में हुआ था. इस तिथि को श्रीगणेश चतुर्थी भी कहा जाता है. छोटी काशी मंडी में जगह-जगह गणपति की मूर्ति स्थापित की गई है. जहां दिनभर श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है.