मंडी: मंडी जिला में लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी के लिए आयुर्वेदिक विभाग ने होम्योपैथिक इम्यूनिटी बूस्टर दवा आर्सेनिकम एल्बम 30 के वितरण का अभियान शुरू किया है. उपायुक्त मंडी ऋगवेद ठाकुर ने इस अभियान की शुरूआत की है.
इस दौरान डॉ. तेजस्वी विजय आजाद ने उपायुक्त को इस अभियान के बारे में विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अभियान के तहत पहले चरण में कोरोना योद्धाओं में सबसे संवेदनशील समूह यानि शहरी नगर निकायों में काम करने वाले सभी सफाई कर्मियों एवं पर्यवेक्षकों और उनके परिवारों को यह दवा निशुल्क उपलब्ध करवाई जाएगी. उन्होंने कहा कि जिला मंडी के समस्त शहरी निकायों के कार्यकारी अधिकारियों व सचिवों को दवा की 5000 बोतलें उपलब्ध करवाई जा रही हैं. एक बोतल में पूरे परिवार के लिए पर्याप्त मात्रा में दवा उपलब्ध होगी.
डॉ. तेजस्वी ने बताया कि इसके अलावा विभाग के अंतर्गत चलने वाले सभी होम्योपैथिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी आम नागरिकों के लिए यह दवा उपलब्ध होगी. डॉ. तेजस्वी विजय आजाद ने कहा की यह अभियान का प्रथम चरण है. इसके बाद विभागीय निर्देशानुरूप प्रथम पंक्ति के अन्य कोरोना योद्धाओं, आशा कार्यकर्ताओं, पुलिस के जवान, जिला प्रशासन के कर्मचारी और पत्रकारों को यह दवा उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जाएंगे.
कितनी कारगर रही दवा, एकत्र किया जा रहा डाटा
डॉ. तेजस्वी विजय आजाद ने कहा कि विभाग इस बाबत डाटा एकत्र कर रहा है कि रोग प्रतिरोधात्मक क्षमता बढ़ाने की यह दवा लोगों के लिए कितनी कारगर रही और इसका क्या प्रभाव रहा. इस संबंध में सभी नगर निकायों के प्रभारियों को पत्र लिखा गया है.
आयुष पद्धतियों के इस्तेमाल पर बल
डॉ. तेजस्वी विजय आजाद ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के दिशा निर्देशों के अनुरूप कोविड 19 के विरूद्ध जारी लड़ाई में लोगों की रोग प्रतिरोधात्मक क्षमता बढ़ाने के अभियान में आयुर्वेद विभाग का यह एक और महत्वपूर्ण कदम है. इससे पहले हिमाचल सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान के अनुरूप प्रदेशवासियों की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुष पद्धतियों को प्रयोग करते हुए विभिन्न कदम उठाए हैं. विभाग की ओर से प्रथम चरण के तहत फ्रंट लाइन कोरोना योद्धाओं को मधुयष्टि आदि क्षाय के 43000 पैकेट बाटें गए हैं. अब आयुर्वेद के साथ-साथ होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति को भी प्रयोग करने का निर्णय लिया है. केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने इसे लेकर परामर्श दिया है.
ऐसे करें आर्सेनिकम एल्बम 30 का इस्तेमाल:
वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी मंडी डॉ. आशुतोष भारद्वाज ने बताया कि इस दवा की 6 गोलियां सुबह खाली पेट एक बार रोज तीन दिन तक लेनी हैं. दवा को जीभ पर रख कर बिना पानी के चूसना है. 4 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए मात्रा 4 गोलियां ही पर्याप्त होगीं. एक महीने के बाद चिकित्सक से परामर्श के बाद इस दवा का दोबारा सेवन किया जा सकता है. इस दवा को अपनी अन्य नियमित दवाओं के साथ ले सकते हैं. गर्भवती महिलाओं एवं स्तनपान करने वाली माताओं के लिए भी यह दवा सुरक्षित है. इस दवा का कोई ‘साईडइफैक्ट’ नहीं हैं. उन्होंने इस बात पर बल देते हुए कहा कि यह दवा कोरोना/कोविड 19 का इलाज नहीं है. यह दवा शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाती है.