करसोग: सरकार ने एपीएल परिवारों को मिलने वाले सस्ते राशन के कोटे पर कैंची चला दी है. करसोग के तहत पड़ने वाले 16 हजार से अधिक एपीएल परिवार इससे प्रभावित होंगे. शनिवार को डिपो धारकों को जारी परमिट के मुताबिक एपीएल परिवारों को जुलाई महीने में साढ़े बारह किलो आटा और साढ़े पांच किलो चावल मिलेंगे. इससे पहले एपीएल परिवारों को 13 किलो आटा और छह किलो चावल प्रति कार्ड दिए जा रहे थे, लेकिन जुलाई महीने के लिए केंद्र सरकार ने एपीएल परिवारों को दिए जाने वाले सस्ते राशन की मात्रा को कम कर दिया है.
सरकार के इस निर्णय से बड़े परिवारों को सबसे अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. ऐसे परिवारों को दुकानों से मंहगे रेट पर आटा और चावल खरीदना होगा. डिपो में आटे का भाव 8.60 रुपये प्रति किलो है, जबकि बाजार में यही आटा 25 से 27 रुपये प्रति किलो मिलता है. इसी तरह डिपो में चावल का रेट10 रुपये किलो है. उपभोक्ताओं को बाजार से कम से कम 30 से 40 रुपये किलो सामन्य चावल मिलते हैं. करसोग के खाद्य निरीक्षक जगतराम का कहना है कि जुलाई महीने में एपीएल परिवारों को साढ़े बारह किलो आटा और पांच किलो सामान्य चावल दिए जाएंगे. डिपो मालिकों को परमिट जारी कर दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि सभी डिपो धारकों को तय समय राशन कोटा देने के निर्देश दिए गए हैं.
बता दें कि करसोग खंड में कुल 80 डिपो हैं, जिसमें छत्तरी के तहत पड़ने वाले 10 डिपो भी शामिल हैं. करसोग खंड में सभी श्रेणियों के कुल 26601 उपभोक्ता हैं. इसमें अकेले एपीएल परिवारों की संख्या 16,705 है.
सभी परिवारों को डिपो के माध्यम से सरकार हर माह सस्ता राशन उपलब्ध करवा रही है, लेकिन चिंता की बात ये है कि डिपो में मिलने वाले राशन में लगातार कट लगाया जा रहा है. इस कारण उपभोक्ताओं को महीने का गुजारा करने के लिए खुले बाजार से राशन खरीदना पड़ रहा है.